देश की खबरें | उद्धव ने किसानों का कर्ज माफ करने की मांग की, दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर सरकार की आलोचना की

छत्रपति संभाजीनगर, 12 फरवरी किसान संगठनों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के आह्वान के बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने सोमवार को केंद्र सरकार से किसानों का फसल ऋण माफ करने और लोकसभा चुनाव का सामना करने की अपील की।

मराठवाड़ा क्षेत्र के अपने दौरे के दौरान एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए, ठाकरे ने राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के रास्ते में "कांटे और कीलें बिछाने" और उनके खिलाफ पुलिस कर्मियों को तैनात करने के लिए सरकार की आलोचना की।

उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में किसानों को फोन किए जा रहे हैं और उनसे पूछा जा रहा है कि क्या वे आगामी चुनाव में भाजपा को वोट देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मुख्यमंत्री था तब मैंने महाराष्ट्र में किसानों के लिए दो लाख रुपये तक की कर्ज माफी की घोषणा की थी और इसे लागू भी किया था। अगर मैं महाराष्ट्र में किसानों का कर्ज माफ कर सकता हूं तो पिछले दस साल से केंद्र में सत्ता में रही भाजपा सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती । सरकार को ऋण माफी देनी चाहिए और फिर इसके बाद चुनाव का सामना करना चाहिए ।’’

शिवसेना (यूबीटी) नेता ने दावा किया कि उनके पास एक फोन कॉल की रिकॉर्डिंग है जिसमें एक किसान ने फोन करने वाले से राज्य में सोयाबीन उत्पादकों की मदद के लिए केंद्र द्वारा अब तक उठाए गए कदमों के बारे में सवाल किया।

किसानों के विभिन्न संगठनों ने अपनी उपज के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी देने वाले कानून की मांग के लिए 13 फरवरी को दिल्ली मार्च का आह्वान किया है, जो उन्होंने तब निर्धारित की थी जब 2021 में उन्होंने अपना आंदोलन वापस लिया था।

ठाकरे ने कहा, ‘‘अगर केंद्र सरकार किसानों के लिए काम कर रही है तो उसने हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात करने के अलावा उनके रास्ते में कांटे और कीलें क्यों बिछाईं और खाई क्यों खोदी।’’

उन्होंने आरोप लगाया, "केंद्र सरकार ने खेती की लागत से 50 प्रतिशत अधिक कीमत देने के अपने वादे पर काम नहीं किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा कहती है कि इसने गरीबी को समाप्त कर दिया है, लेकिन साथ ही वह यह भी कहती है कि वह 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन दे रही है।’’

मोदी की गारंटी भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल होने के बाद विधायक और सांसद बनाना है।"

प्रदेश के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान के लिये उन्हें ‘बेशर्म’ करार दिया, जिसमें भाजपा नेता ने कहा था कि कुत्ते वाहनों के नीचे आ जाते हैं । फडणवीस ने राज्य की ‘खराब होती कानून-व्यवस्था’ के आलोक में विपक्ष के दावे पर निशाना साधते हुये यह टिप्पणी की थी ।

ठाकरे ने कहा, ‘‘वह निर्लज्ज हैं । अगर फडणवीस यह सोचते हैं कि लोग कुत्ते और बिल्ली हैं, तो भाजपा को कुत्ते और बिल्लियों से ही वोट मांगना चाहिये। लेकिन, कोई कुत्ता उनके पक्ष में मतदान नहीं करेगा क्योंकि वह एक वफादार प्राणी है।’’

हाल में हुई गोलीबारी की घटनाओं को लेकर महाराष्ट्र सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हाल में मुंबई में अतीत के कुछ विवादों को लेकर एक व्यक्ति ने फेसबुक लाइव के दौरान कथित तौर पर शिव सेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोसालकर की एक व्यक्ति ने हत्या कर दी थी।

विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए, फडणवीस ने कहा था कि घोसालकर की हत्या एक गंभीर घटना थी । उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर एक कुत्ता भी वाहन के नीचे आ जाए, तो वे (विपक्ष) गृह मंत्री का इस्तीफा मांगेंगे।’’

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