चंडीगढ़, 18 जून: हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने लोगों को ठगने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि दोनों सदस्य अर्जुन टाक और विनोद कुमार नयी दिल्ली के रहने वाले हैं जबकि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले का निवासी तथा गिरोह का तीसरा सदस्य मनोज फरार है. उसको पकड़ने के लिये छापेमारी की जा रही हैं. हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पलवल जिले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद सैकड़ों फर्जी नियुक्ति पत्र, न्यायिक और वन विभागों के 750 लिफाफे, 234 स्पीड पोस्ट टिकट, चार नकली टिकट, चार मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड, एक प्रिंटिंग मशीन, 12,000 रुपये नकद और अन्य सामग्री भी बरामद की गई है.
उन्होंने एक बयान में कहा, ''शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरोह ने कई आवेदकों को या तो फर्जी नियुक्ति पत्र देकर या सरकारी मुहरों और हस्ताक्षर वाले पत्र प्रदान करने का झांसा देकर लाखों रुपये प्राप्त किए.''
बयान में कहा गया है कि एक व्यक्ति ने पलवल की अदालत में चपरासी के पद के लिये फर्जी नियुक्ति पत्र के जरिये धोखाधड़ी किये जाने की शिकायत की थी, जिसके बाद आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
मामले का पर्दाफाश करने के लिए डीएसपी स्तर के अधिकारी की निगरानी में संयुक्त टीम बनाई गई. पुलिस ने कहा कि टीम ने साइबर सेल और खुफिया सूचनाओं की मदद से मुख्य आरोपी अर्जुन और उसके सहयोगी विनोद को गिरफ्तार किया.