चंपावत, 25 सितंबर उत्तराखंड के चंपावत जिले में रविवार को बारिश से दो दर्जन सड़कों पर आवाजाही बाधित हो गई जिससे उसका मैदानी इलाकों से संपर्क टूट गया।
भारी बारिश के चलते बारहमासी सड़क सहित नेपाल सीमा को जोड़ने वाले मार्ग भी बंद हो गए, जबकि जर्जर आवासों में रह रहे एक दर्जन परिवारों को सुरक्षित घरों में स्थानांतरित किया गया।
बारिश के चलते सड़कों को खोले जाने का कार्य भी प्रभावित हुआ। हालांकि, सभी स्थानों पर मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगी हैं।
जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने बताया कि शनिवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हुए भूस्खलन से बारहमासी सड़क सहित दो राज्यमार्ग और 20 जिला मार्ग पर यातायात बाधित हो गया है, जबकि टनकपुर और पिथौरागढ़ के बीच दो दर्जन स्थानों पर चट्टान दरकने से आए मलवे के कारण आवागमन में जोखिम बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि इसे देखते हुए टनकपुर-चम्पावत मार्ग के यातायात को देवीधूरा-हल्द्वानी के रास्ते गंतव्य तक भेजा जा रहा है। नेपाल सीमा से लगे तामली, पंचेश्वर क्षेत्र की सड़कों पर भी यातायात बंद है। चंपावत के बनलेख और ककराली गेट में यातायात को रोका गया है।
उन्होंने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उधर,नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार मंच, तामली, पाटी, बाराकोट क्षेत्रों में एक दर्जन से ज्यादा परिवारों को जर्जर भवनों से हटाकर गांव के सुरक्षित घरों में भेजा गया है।
टनकपुर-बनबसा क्षेत्र में बाढ़ व जलभराव की स्थिति का भी प्रशासन निरीक्षण कर राहत-बचाव कार्य कर रहा है।
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