नयी दिल्ली, 5 नवंबर : ट्विटर ने वैश्विक स्तर पर कार्यबल में कमी करने की योजना के तहत भारत में अपने ज्यादातर कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इस छंटनी से पहले भारत में कंपनी के 200 से अधिक कर्मचारी काम रहे थे. दुनिया के सबसे धनी कारोबारी एलन मस्क ने पिछले हफ्ते ट्विटर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पराग अग्रवाल के साथ ही मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया था. इस बीच, मस्क ने कंपनी की आय में कमी के लिए ‘एक्टिविस्ट’ को जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एक्टिविस्ट समूह ने विज्ञापनदाताओं पर भारी दबाव बनाया, जिससे ट्विटर की आय में भारी कमी हुई. यहां तक कि सामग्री की निगरानी से भी कुछ नहीं बदला. हमने एक्टिविस्ट को खुद करने के लिए सबकुछ किया. वे अमेरिका में अभिव्यकित की आजादी को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं.’’ उन्होंने 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के तुरंत बाद ऐसा किया. इस बीच, शीर्ष प्रबंधन के कई लोगों ने इस्तीफा दे दिया. मस्क ने अब कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है. यह भी पढ़ें : Twitter Layoffs: ट्विटर इंडिया के कुछ कर्मचारी बर्खास्त, बचे कर्मचारियों में भी नौकरी जाने का डर
सूत्रों ने कहा कि इंजीनियरिंग, बिक्री तथा विपणन और संचार टीमों में छंटनी की गई है. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि भारत में नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति के तौर पर कितना भुगतान किया गया है. सूत्रों ने कहा कि भारत में पूरे विपणन और संचार विभाग को बर्खास्त कर दिया गया है. ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई- को बताया, ‘‘छंटनी शुरू हो गई है. मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है.’’