मालदा, 14 जनवरी पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी करके तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी। इस घटना में पार्टी की स्थानीय समिति के अध्यक्ष समेत दो अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक पखवाड़े से भी कम समय पहले इसी क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के पार्षद दुलाल सरकार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
पुलिस ने बताया कि कालियाचक थानाक्षेत्र के तहत कालियागंज में तृणमूल कांग्रेस की स्थानीय समिति के अध्यक्ष बकुल शेख और अन्य पार्टी कार्यकर्ता एक सड़क के उद्घाटन के कार्यक्रम में भाग ले रहे थे, उसी समय यह घटना घटी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार से पांच हमलावर घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने बकुल शेख एवं उनके साथियों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं।
तृणमूल कार्यकर्ता अताउल हक उर्फ हसु शेख की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि बकुल शेख और पूर्व पंचायत प्रमुख इसरुद्दीन शेख गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम प्रत्यक्षदर्शियों एवं अन्य लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। अबतक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।’’
उन्होंने कहा कि मालदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में पार्टी के एक कार्यकर्ता को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दो अन्य का इलाज जारी है तथा उनकी हालत गंभीर है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हमला पार्टी के अंदर गुटबाजी का परिणाम हो सकता है।
हालांकि, इंग्लिश बाजार नगर पालिका के अध्यक्ष कृष्णेंदु नारायण चौधरी समेत वरिष्ठ तृणमूल नेताओं ने दावा किया कि हमले के पीछे बांग्लादेशी घुसपैठियों समेत बाहरी ताकतें हो सकती हैं।
तृणमूल कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष दुलाल सरकार की दो जनवरी को हत्या कर दिये जाने के बाद से मालदा में तनाव चरम पर है। कथित तौर पर जबरन वसूली के धन के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के कारण सरकार की उनके घर के पास ही दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
सरकार की हत्या के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन मामला अब भी अनसुलझा है।
पार्टी ने अपनी मालदा टाउन इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र नाथ तिवारी को निष्कासित कर दिया, जिन्हें पिछले सप्ताह हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था।
मंगलवार के हमले से सत्तारूढ़ दल के अंदर गुटबाजी को लेकर अटकलों को और बल मिला है।
स्थानीय सूत्रों ने दावा किया है कि हमलावर तृणमूल कार्यकर्ता जाकिर शेख के निर्देश पर काम कर रहे थे, जिसकी क्षेत्रीय प्रभुत्व को लेकर कथित तौर पर बकुल शेख के साथ लंबे समय से रंजिश थी।
हालांकि, पार्टी की मालदा जिला इकाई के अध्यक्ष अब्दुल रहीम बोकशी ने कहा, ‘‘जाकिर शेख तृणमूल कांग्रेस का सदस्य नहीं है।’’
पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान शुरू किया है और इलाके की घेराबंदी की है।
एक के बाद एक हुई हत्याओं ने मालदा में तृणमूल कांग्रेस के अंदरूनी समीकरण को लेकर संदेह पैदा कर दिया है, जिससे आगामी पंचायत चुनाव से पहले गुटबाजी को नियंत्रित करने में पार्टी पदाधिकारियों की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं।
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