Madhya Pradesh Accident: मध्यप्रदेश में ट्रैक्टर की चपेट में आने से आदिवासी व्यक्ति की मौत
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में विवाद के बाद कथित तौर पर ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक आदिवासी व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.
Madhya Pradesh Accident: मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में विवाद के बाद कथित तौर पर ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक आदिवासी व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. रविवार रात को हुई इस घटना के बाद विपक्षी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आदिवासियों के खिलाफ कथित अत्याचार और राज्य में रेत माफिया की खुली छूट को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिव कुमार वर्मा ने कहा, "रविवार रात पुलिस हेल्पलाइन पर एक व्यक्ति के ट्रैक्टर दुर्घटना में घायल होने की सूचना मिली.
वहां पहुंची पुलिस की टीम ने घायल व्यक्ति इंद्रपाल अगरिया को पाया, जो गन्नाई गांव का रहने वाला था. उसके साथ उसके रिश्तेदार, अन्य ग्रामीण और कुछ पत्रकार भी मौजूद थे." पुलिस अधिकारी ने कहा, "अगरिया को सराय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसके शरीर पर किसी चोट के निशान नहीं हैं, लेकिन उसकी हालत गंभीर लग रही है. जिला अस्पताल रेफर किए जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके परिजनों ने आरोप लगाया है कि ट्रैक्टर लाले बंसल नाम के व्यक्ति का था और उसके चालक ने अगरिया को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई." यह भी पढ़ें: Landslide Hits Vaishno Devi: वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन, 2 श्रद्धालुओं की मौत; देखें Video
परिजनों ने दावा किया है कि ट्रैक्टर मृतक के खेत के पीछे सड़क पर चल रहा था और जब अगरिया ने वाहन रोकने की कोशिश की, तो उसने उसे टक्कर मार दी. एएसपी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी. यह पूछे जाने पर कि क्या इस घटना में सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़े लोग शामिल हैं, वर्मा ने कहा कि जांच के तहत सामने आए सभी नामों की पुष्टि की जा रही है. भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "मध्यप्रदेश में अंतहीन आदिवासी उत्पीड़न की एक और सनसनीखेज घटना अब सिंगरौली से सामने आई है.
रेत माफिया ने गन्नाई गांव के गरीब आदिवासी इंद्रपाल अगरिया को इसलिए कुचल दिया, क्योंकि उसने उन्हें अपनी फसल को बर्बाद नहीं करने दी." पटवारी ने आरोप लगाया कि आरोपी भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई से जुड़े हैं और वे वर्षों से इस क्षेत्र में अवैध उत्खनन कर रहे हैं. उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाया. पटवारी ने चेतावनी दी कि अगर दलितों और आदिवासियों का उत्पीड़न इसी तरह जारी रहा तो वे जल्द ही सड़कों पर सरकार के खिलाफ खुलकर लड़ते नजर आएंगे.
भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा, "कांग्रेस को बेबुनियाद आरोप लगाने की आदत है. केंद्र और राज्य की योजनाओं से स्पष्ट है कि भाजपा आदिवासी समुदाय के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. अगर कोई अपराध होता है तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपना काम करेगा."हालांकि, चतुर्वेदी ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में विशेष जानकारी नहीं है.
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