जबलपुर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एम के मिश्रा ने बताया कि एक प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी आज कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
मिश्रा के अनुसार, लगता है कि यह अधिकारी उस समय कोविड—19 की चपेट में आया होगा, जब उसने जबलपुर के अस्पताल से फरार हुए 25 वर्षीय बंदी को पकड़ा था जो कोरोना वायरस से संक्रमित था।
मिश्रा ने बताया कि इस आईपीएस अधिकारी ने जबलपुर के अस्पताल से 19 अप्रैल को फरार हुए, कोरोना वायरस से संक्रमित , एक रासुका बंदी को 20 अप्रैल की सुबह समीपवर्ती नरसिंहपुर जिले के मदनपुर चेक पोस्ट से पकड़ा था।
इस आरोपी को जब गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी तो उसने पुलिसकर्मियों से झगड़ा भी किया था।
यह आरोपी जबलपुर के अस्पताल से फरार होने के बाद ट्रक में सवार होकर मदनपुर पहुंचा था और यहां से आगे भागने के लिए एक बाइक चुराने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे पकड़ लिया गया था।
हाल ही में इन्दौर में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस पर पथराव और मारपीट करने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर रासुका लगाया गया था। इन चारों को इन्दौर से जबलपुर की जेल में भेजा गया था जहां जांच के बाद 11 अप्रैल को एक आरोपी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। इस एनएसए आरोपी को उपचार के लिए जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से वह फरार हो गया था।
एनएसए आरोपी के जबलपुर अस्पताल से फरार होने की घटना में पुलिस अधिकारियों ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)