नयी दिल्ली, 26 अगस्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने की भारत की रणनीति में समय पर और तत्परता से जांच कर संक्रमण का शीघ्र पता लगाये जाने ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वहीं, देश में अब तक कुल 3,76,51,512 नमूनों की जांच की गई है।
मंत्रालय ने कहा कि ‘जांच करो-संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये लोगों का पता करो-उपचार करो’ की केंद्र सरकार की नीति, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों से भारत लगातार अपनी जांच क्षमता बढ़ा रहा है और यह प्रतिदिन 10 लाख जांच तक पहुंच गई है।
मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार को 24 घंटे की अवधि में 8,23,992 जांच किये जाने के साथ आज की तारीख तक कुल 3,76,51,512 हो चुकी है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘सतत आधार पर इतनी अधिक संख्या में जांच किये जाने से रोग का शुरूआत में पता लगाने में मदद मिली। साथ ही, इससे संक्रमण की पुष्टि वाले मरीजों को समय रहते पृथक करने या अस्पताल में भर्ती कराने का मौका भी मिला। इससे, मृत्यु दर में कमी आई। ’’
मंत्रालय के बुधवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक 24,67,758 लोग इस रोग से उबर चुके हैं और इसकी दर 76 प्रतिशत से अधिक है। वहीं, मृत्यु दर 1.84 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया कि कोविड-19 के इलाजरत मरीजों की संख्या कुल मामलों का सिर्फ 21.87 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने कहा कि प्रति 10 लाख की आबादी पर जांच की संख्या बढ़ कर 27,284 हो गई है।
देश में कोविड-19 जांच प्रयोगशाला भी बढ़ रही है और इनकी कुल संख्या 1540 है। इनमें 992 प्रयोगशाला सरकारी क्षेत्र में है।
भारत में भारत में कोविड-19 के 67,151 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़ कर बुधवार को 32.34 लाख हो गए ।
मंत्रालय ने बताया कि 1,059 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 59,449 हो गई है।
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