देश की खबरें | जिन्हें मुस्लिम वोट मिले, वे दंगे नहीं रोक पाए: नीतीश कुमार

(तस्वीरों के साथ)

भागलपुर, 24 फरवरी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विपक्षी राजद-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनसे पहले सत्ता में रहे लोगों ने ‘‘मुसलमानों के वोट तो मांगे’’ लेकिन वे सांप्रदायिक झड़पों को रोकने में विफल रहे।

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष कुमार ने यह टिप्पणी एक समारोह में की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

यह समारोह भागलपुर में आयोजित किया गया था, जिसे संयोग से बिहार में सबसे भीषण सांप्रदायिक दंगों के लिए याद किया जाता है। यह दंगा 1989 में हुआ था, जिसमें करीब 1,000 लोगों की जान चली गई थी।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हमलोग यहां 24 नवंबर 2005 को सरकार में आये। हमलोगों की सरकार बनी थी, तब से हमलोग बिहार के विकास में लगे हुए हैं और सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब हमलोग पहली बार सरकार में आये थे तो उस समय क्या स्थिति थी? शाम के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, यह बुरा हाल था। वे लोग समाज में हिंदू-मुस्लिम का भी झगड़ा कराते रहते थे। मुसलमानों के वोट तो वे ले लेते थे लेकिन झगड़ा होते रहता था। पढ़ाई की स्थिति खराब थी।’’

नीतीश कुमार अपनी प्रमुख उपलब्धियों में कांग्रेस के शासन में हुए भागलपुर दंगों में शामिल लोगों के मुकदमे और सजा को भी गिनाते रहे हैं। कुमार का यह तर्क रहा है कि 1990 में सत्ता में आई राजद के 15 साल के शासन के दौरान दोषियों को सजा नहीं मिली, क्योंकि आरोपी पार्टी के समर्थक थे।

नीतीश कुमार ने आज राजद-कांग्रेस पर अपना प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘‘उनलोगों के कार्यकाल में इलाज का पूरा इंतजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थीं और जो सड़कें थीं उनका बुरा हाल था। बिजली तो बहुत कम थी। देहाती इलाकों में कहां बिजली थी? (राज्य की) राजधानी पटना में मुश्किल से आठ घंटे बिजली रहती थी। सरकार में आने के बाद हमलोगों ने काफी काम किया। राज्य में कहीं भी भय का वातावरण नहीं है। राज्य में प्रेम, भाईचारा और शांति का माहौल है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी सहित सभी क्षेत्रों में काफी काम किया गया है।’’

जदयू सुप्रीमो ने केंद्र सरकार से राज्य को मिली सहायता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और बिहार के लिए कई घोषणाओं वाले नवीनतम बजट की प्रशंसा की।

जयदू केंद्र और राज्य में भाजपा की प्रमुख सहयोगी पार्टी है।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘ 2005-06 में राज्य का बजट मात्र 28 हजार करोड़ रुपया था। हमलोगों की सरकार तो 24 नवंबर 2005 में आई थी। हमलोगों ने लगातार काम किया और अब बिहार का बजट तीन लाख करोड़ से अधिक का हो गया है। प्रधानमंत्री जी का सब तरह से सहयोग मिल रहा है।’’

अनवर

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