टोक्यो: भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women's Hockey Team) के मुख्य कोच शोर्ड मारिन (Shored Marine) को अपनी टीम पर गर्व है और ओलंपिक (Olympics) कांस्य पदक मुकाबले में पराजय के बावजूद उन्होंने अपने खिलाड़ियों से को आंसू रोकने के लिये नहीं कहा लेकिन उनका कहना है कि अपने दिलेर प्रदर्शन से पूरे देश को प्रेरित करने वाली टीम को खुश होना चाहिये. Tokyo Olympics 2020: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- पदक से चूकने के बावजूद नए भारत को प्रतिबिंबित करती है भारतीय महिला हॉकी टीम
भारतीय टीम टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन से 3- 4 से हार गई. ओलंपिक में यह अब तक का भारतीय महिला हॉकी टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है जो पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची.
मारिन ने कहा ,‘‘ हारने पर दुख होता है लेकिन मैं फख्र महसूस कर रहा हूं. मुझे इन लड़कियों पर गर्व है जिन्होंने एक बार फिर अपना कौशल और जुझारूपन दिखाया.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने उनसे कहा कि मैं तुम्हारे आंसू तो नहीं पोछ सकता. तुम्हें कोई शब्द सांत्वना नहीं दे सकता. तुमने पदक नहीं जीता लेकिन उससे बड़ा कुछ जीता है. अपने देश को प्रेरित किया है और गौरवान्वित किया है."
उन्होंने कहा ,‘‘दुनिया ने एक अलग ही भारतीय टीम देखी और मुझे उस पर गर्व है.’’
उन्होंने टीम के जुझारूपन की तारीफ करते हुए कहा ,‘‘आम तौर पर भारतीय टीम दो गोल से पिछड़ने के बाद 3-0 या 4-0 से हार जाती रही है लेकिन अब नहीं. हमने पिछड़ने के बाद वापसी की और बढ़त भी बना ली थी. उन्होंने हार नहीं मानी.’’
कोच ने उम्मीद जताई कि खेलों से खाली हाथ लौटने के बावजूद अपने शानदार प्रदर्शन के कारण देश पलक पावड़े बिछाकर इन खिलाड़ियों का स्वागत करेगा. उन्होंने कहा ,‘‘पिछले साढ़े चार साल भारत में बिताना मेरा सौभाग्य रहा है. मैं लोगों के प्यार से अभिभूत हूं. उम्मीद है कि भारत गर्मजोशी से इन लड़कियों का स्वागत करेगा.’’
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