नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में पिछले 10 महीने में ऑक्सीजन की कमी नहीं रही और सितंबर तक दैनिक उत्पादन क्षमता बढ़कर 6,862 मीट्रिक टन हो गयी है जिसके अक्टूबर के अंत तक 7,191 मीट्रिक टन हो जाने का अनुमान है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र सरकार ने अग्रसक्रिय प्रयासों के तहत पहले चरण में 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 246 अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू की है जिनमें से 67 पूर्ण होने के विभिन्न स्तर पर हैं।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 150 और अस्पतालों में ऐसे संयंत्र लगाये जाएंगे।
भूषण ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में भारत काफी अच्छी स्थिति में है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 महीने में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रही। इस समय भी कोई कमी नहीं है। हम काफी अच्छी स्थिति में हैं।’’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आकस्मिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक लाख मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन आयात करने की प्रक्रिया भी शुरू की है।
भूषण ने बताया कि आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों पर मरीजों की संख्या एक सितंबर को 43,022 थी जो उस महीने के तीसरे सप्ताह में बढ़कर 75,000 हो गयी। इसके बाद यह संख्या कम होने लगी और मंगलवार को यह 57,000 से अधिक थी।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, ‘‘गिरावट आई है, लेकिन एक सितंबर की तुलना में यह अब भी अधिक है। हालांकि यह चिंता की बात नहीं है क्योंकि हमारी क्षमता और भी ज्यादा है।’’
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