इंफाल, 18 नवंबर मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अपनी पुरजोर कोशिश कर रही है और इस समय उससे समर्थन वापस लेने का कोई मतलब नहीं बनता।
एनपीएफ के राज्य विधानसभा में पांच विधायक हैं।
मणिपुर की 60-सदस्यीय विधानसभा में सात विधायकों वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने एक दिन पहले एन बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद एनपीएफ ने यह आश्वासन दिया है।
एनपीपी ने समर्थन वापस लेते हुए दावा किया था कि पूर्वोत्तर राज्य में संकट को हल करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है।
हालांकि, एनपीएफ की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष अवांगबौ न्यूमई ने एनपीपी के दावे को नकार दिया और कहा कि राज्य सरकार अपनी पुरजोर कोशिश कर रही है।
राज्य सरकार में जल संसाधन मंत्री न्यूमई ने संवाददाताओं से कहा, “हमने जिरीबाम में देखा कि कुछ उपद्रवी भी मारे गए। सरकार निर्दोष लोगों को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। दुर्भाग्य से सरकार कुछ लोगों की जान नहीं बचा सकी, लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि प्रशासन ने कुछ नहीं किया।”
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