नयी दिल्ली, 19 सितंबर राज्यसभा में शनिवार को भाजपा के एक सदस्य ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से टीबी के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
भाजपा सदस्य के जे अल्फोंस ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विश्व भर में टीबी के मरीज हैं और भारत के हर राज्य में यह बीमारी अब तक है। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोविड-19 महामारी के चलते टीबी और अन्य गैर संचारी बीमारियों की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
अल्फोंस ने कहा कि ऐसा नहीं है कि गैर संचारी बीमारियां गंभीर नहीं हैं। टीबी के उन्मूलन के लिए वैश्विक लक्ष्य तय किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि टीबी के मरीजों का प्रतिरोधक तंत्र वैसे भी कमजोर होता है इसलिए उनके इलाज में कोई ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए।
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शून्यकाल में ही शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने सुझाव दिया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश एवं रोजगार के लिए आयु सीमा में छूट दी जानी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए दस फीसदी आरक्षण की व्यवस्था है लेकिन आयु सीमा में उन्हें कोई छूट नहीं दी गई है।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने मांग की कि कोलकाता में स्थित अखिल भारतीय हस्तशिल्प बोर्ड को तत्काल बहाल किया जाए । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऐसे समय यह बोर्ड खत्म किया है जब कोविड-19 महामारी का संकट चरम पर है।
डेरेक ने साथ ही कहा कि पश्चिम बंगाल में चल रही एक योजना की तरह ही सरकार कलाकारों, बुनकरों, दैनिक मजदूरों, छोटे व्यापारियों जैसे अनौपचारिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को त्यौहार के मौसम से पहले आर्थिक मदद दे।
भाजपा के वाई आर एस चौधरी ने जल संरक्षण और जल प्रबंधन का मुद्दा शून्यकाल में उठाते हुए कहा कि जिस तेजी से भूजल स्तर गिर रहा है और जल संकट बढ़ रहा है, उसे देखते हुए जल संरक्षण और जल प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए समय रहते कदम उठाने चाहिए।
इनके अलावा बीजद के सुभाष चंद्र सिंह , वाईएसआर कांग्रेस के वेंटरमणा राव मोपीदेवी और सपा के चंद्रपाल सिंह ने भी शून्यकाल में अपने अपने मुद्दे उठाए।
माकपा सदस्य के के रागेश ने विशेष उल्लेख के जरिये मांग की कि सरकार राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम क्षेत्रीय कार्यालय को कन्नूर से बेंगलूर स्थानांतरित करने का फैसला रद्द कर दे।
कांग्रेस के सैयद नजीर हुसैन, बीजद के सुजीत कुमार, भाजपा के हरनाथ सिंह यादव और अशोक बाजपेयी और आईयूएमएल के अब्दुल वहाब ने भी विशेष उल्लेख के जरिये लोक महत्व से जुड़े अपने अपने मुद्दे उठाए।
मनीषा अविनाश
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