नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर : वाहन ईंधन कीमतों में वृद्धि का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा. पेट्रोल के दाम 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल के 35 पैसे प्रति लीटर और बढ़ गए हैं. इससे गांधीनगर और लेह जैसे स्थानों पर डीजल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया है. इससे पहले शनिवार को मुंबई में डीजल ने शतक लगाया था. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल के दाम 30 पैसे प्रति लीटर और बढ़ाए गए हैं. वहीं डीजल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. वाहन ईंधन कीमतों में लगातार छठे दिन वृद्धि हुई है. इससे वाहन ईंधन के दाम नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं. दिल्ली में पेट्रोल का दाम 104.14 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया है. वहीं मुंबई में पेट्रोल अब 110.12 रुपये प्रति लीटर के भाव बिक रहा है.
मुंबई में अब डीजल 100.66 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं दिल्ली में यह 92.82 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. स्थानीय करों की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन के दाम भिन्न होते हैं. मुंबई और हैदराबाद के बाद अब गुजरात की राजधानी गांधीनगर तथा संघ शासित प्रदेश लेह में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है. गांधीनगर में अब डीजल 100.21 रुपये प्रति लीटर और लेह में 100.06 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
भोपाल, रायपुर और जयपुर जैसी अन्य राज्यों की राजधानियों में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक बिक रहा है. लगातार मूल्यवृद्धि के बाद अब एक राज्य की राजधानी को छोड़कर अन्य स्थानों पर पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुका है. यह भी पढ़ें : World Mental Health Day 2021 Quotes: वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर नेटिज़न्स ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर अपने विचार शेयर किए, देखें पोस्ट
देहरादून, चंडीगढ़ और गुवाहाटी भी इस सूची में शामिल हो गए हैं. सिर्फ रांची एकमात्र राजधानी है जहां पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से कम है. लगातार पांच दिन से पेट्रोल के दाम 30 पैसे प्रति लीटर बढ़ रहे हैं. वहीं डीजल कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो रही है. ओपेक प्लस ने उत्पादन में चार लाख बैरल प्रतिदिन से अधिक की बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है. एक महीने पहले ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 72 डॉलर प्रति बैरल था. शुद्ध आयातक होने की वजह से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय दरों के अनुरूप होती है.