Wrestler Protest: नीरज चोपड़ा, सहवाग, सानिया मिर्जा और अभिनव बिद्रा समेत खेल के कई दिग्गजों ने प्रर्शनकारी पहलवानों का किया समर्थन
Wrestlers Protest | Photo: Twitter

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा और अभिनव बिंद्रा सहित भारतीय खेल बिरादरी ने यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का शुक्रवार को समर्थन करते हुए न्याय सुनिश्चित करने के साथ ‘त्वरित कार्रवाई’ की मांग की. चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी चोपड़ा, पूर्व निशानेबाज बिंद्रा के अलावा, मुक्केबाज निकहत जरीन, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल, पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, इरफान पठान, मदन लाल और नवजोत सिंह सिद्धू ने पहलवानों का समर्थन किया. यह भी पढ़ें: वीरेन्द्र सहवाग, इरफान पठान, सानिया मिर्जा समेत इन दिग्गजों ने प्रदर्शन कर रहे रेसलर को सोशल मीडिया पर दिया समर्थन, देखें Tweets

इन खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जबकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत ‘एथलेटिक्स आयोग’ से दर्ज कराने के बजाय अपने विरोध प्रदर्शन को फिर से शुरू करने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए पहलवानों की कड़ी आलोचना की थी.

एथलेटिक्स में भारत के लिए पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भाला फेंक के एथलीट चोपड़ा ने कहा कि पहलवानों को न्याय के लिए सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा जो कि आहत करने वाला है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारे खिलाड़ियों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है.  उन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है. एक राष्ट्र के रूप में, हम प्रत्येक व्यक्ति, चाहे वह खिलाड़ी हो या कोई और, की अखंडता और सम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए.’’

चोपड़ा ने कहा,‘‘यह एक संवेदनशील मुद्दा है, और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए। संबंधित अधिकारियों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए.’’

इस तरह से पहलवानों को अब देश के दोनों व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों का समर्थन मिल गया है। बीजिंग ओलंपिक 2008 में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने हाल में पहलवानों के प्रति अपना समर्थन जताया था.

बिंद्रा ने ट्वीट किया था,‘‘ एक खिलाड़ी के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हम हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं. यह देखना बेहद दुखद है कि भारतीय कुश्ती प्रशासन में उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ हमारे खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध करना जरूरी लग रहा है.’’

विनेश फोगाट , बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित कई पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और पहलवानों को धमकाने के आरोपों के साथ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं.

विश्व चैंपियनशिप की दो बार स्वर्ण पदक विजेता जरीन ने कहा, ‘‘ हमारे ओलंपिक और विश्व पदक विजेताओं को इस हाल में देखकर मेरा दिल टूट गया है. खेल से जुड़े लोग भी गौरव और सम्मान लाकर देश की सेवा करते हैं. मुझे पूरी उम्मीद है कि कानून अपना काम करेगा और इस मामले में जल्द से जल्द न्याय मिले. जय हिन्द.’’

सानिया ने ट्वीट किया, ‘‘एक एथलीट और उससे भी अधिक एक महिला के तौर पर यह देखना बहुत मुश्किल है.. उन्होंने हमारे देश का नाम रोशन किया है और हम सभी ने उनके साथ उनका जश्न मनाया है.. अगर उन्होंने ऐसा (देश का नाम रोशन) किया है तो अब इस मुश्किल समय में उनके साथ खड़े होने का समय आ गया है.. यह बेहद संवेदनशील मामला है और गंभीर आरोप हैं। मुझे उम्मीद है कि जो भी सच्चाई है उसे न्याय मिलेगा.’’

इस मामले पर हालांकि भारत के किसी भी सक्रिय क्रिकेटर ने अपनी राय नहीं रखी है, लेकिन कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने अपने विचार साझा किये.

सहवाग ने ट्वीट किया, ‘‘यह बेहद दुख की बात है कि देश का नाम रोशन करने वाले, झंडा ऊंचा रखने वाले और हम सबके लिए इतनी खुशियां लाने वाले हमारे चैंपियन को आज सड़क पर उतरना पड़ रहा है। यह बेहद संवेदनशील मामला है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। आशा है कि खिलाड़ियों को न्याय मिलेगा.’’

पूर्व ऑफ स्पिनर और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद हरभजन ने लिखा, ‘‘साक्षी, विनेश भारत का गौरव हैं. देश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध करते देखकर एक खिलाड़ी के रूप में मुझे पीड़ा हो रही है। मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें न्याय मिले.’’

इरफान पठान ने लिखा, ‘‘ भारतीय एथलीट हमेशा हमारा गौरव होते हैं न केवल तब जब वे हमारे लिए पदक प्राप्त करते हैं ...’’

मदन लाल ने कहा, ‘‘ हमारे खेल में पुरुषों और महिलाओं के साथ समस्या यह है कि दूसरे खिलाड़ी ही उनके साथ खड़े नहीं होते हैं. पी. टी. उषा की टिप्पणियां खिलाड़ियों की एकता के लिए सही नहीं है.’’

कांग्रेस पार्टी से जुड़े नवजोत  सिंह सिद्धू ने कहा कि वह सोमवार को खिलाड़ियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जंतर मंतर जायेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘ चौंकाने वाली बात यह है कि नौ महिलाओं ने शिकायत की और कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। कोई भी देश जो अपनी आदर्श महिलाओं का अपमान करता है वह अपने गौरव को ठेस पहुंचाता है, इन महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने लाखों लोगों की आकांक्षाओं को पंख दिए हैं.’’

इस बीच, भारतीय महिला टीम की स्टार हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल ने कहा, ‘‘हमारे प्रसिद्ध पहलवानों को सड़क पर न्याय की मांग करते हुए देखना बेहद दर्दनाक है। अपने साथी एथलीटों को इस स्थिति में देखकर मुझे बहुत दुख होता है, जिन्होंने अपने जीवन में कड़ी मेहनत की है और बहुत कुछ हासिल किया है। वे न्याय के हकदार है.’’

जिन अन्य खिलाड़ियों ने पहलवानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है उनमें दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव और शीतकालीन ओलंपिक में छह बार देश का प्रतिनिधित्व करने वाले शिवा केशवन भी शामिल हैं.

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