कोलकाता, 20 अक्टूबर पश्चिम बंगाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2014 में उत्तीर्ण लेकिन मेधा (मेरिट) सूची में शामिल नहीं होने वाले अभ्यर्थियों का अनिश्चितकालीन धरना बृहस्पतिवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। ये अभ्यर्थी तत्काल भर्ती की मांग कर रहे हैं। चौथे दिन बृहस्पतिवार को प्रदर्शनकारियों की संख्या और बढ़ गयी।
गौरतलब है कि अभी तक 2014 टीईटी के 500 अभ्यर्थी धरना दे रहे थे, लेकिन आज 2017 शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के करीब 100 अभ्यर्थी उनके साथ जुड़ गए। इन अभ्यर्थियों का भी दावा है कि उन्होंने परीक्षा पास की थी इसके बावजूद दो चरण के साक्षात्कार के बाद बने पैनल में उनका नाम शामिल नहीं किया गया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार आज धरना स्थल पर पहुंचे और अभ्यर्थियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने धरना वापस लेने और नये सिरे से साक्षात्कार देने की पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु और पश्चिम बंगाल प्राथमिकी शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष गौतम पाल का अनुरोध ठुकरा दिया है।
यह प्रदर्शन कोलकाता में बोर्ड कार्यालय के पास चल रहा है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)