
Rajiv Gandhi Assassination: तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा छह दोषियों को रिहा करना उसकी पिछली सरकारों द्वारा उठाए गए लगातार कानूनी कदमों की जीत है. पार्टी के नेतृत्व वाली पिछली सरकारों (20011-21) के कार्यकाल के दौरान उठाए गए कानूनी कदमों का हवाला देते हुए अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता डी. जयकुमार ने कहा कि यह उनकी पार्टी की जीत है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हालांकि, अब द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है.
पूर्व मंत्री जयकुमार ने कहा कि द्रमुक सरकार (1996-2001) ने सिर्फ नलिनी की मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया और उसने अन्य दोषियों के संबंध में कोई कदम नहीं उठाया. अन्नाद्रमुक ने कहा कि दिवंगत नेता जे. जयललिता और पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (2017-21) के कानूनी प्रयासों के कारण अंततः सभी दोषियों की रिहाई संभव हो सकी. यह भी पढ़े: सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, राजीव गांधी की हत्या के सभी दोषियों को जेल से रिहा करने का दिया आदेश
अन्नाद्रमुक सरकार ने 2018 में सभी दोषियों को रिहा करने का फैसला लिया था और तत्कालीन राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपनी सिफारिश भेजी थी. तमिलनाडु के ज्यादातर दलों ने न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)