जरुरी जानकारी | बाजार में दूसरे दिन तेजी; उतार- चढ़ाव भरे कारोबार में बैंक, वित्तीय कंपनियों के शेयर चमके

मुंबई, 15 अप्रैल शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी बृहस्पतिवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बढ़त के साथ बंद हुए। कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामले के बावजूद निवेशकों ने बैंक, वित्तीय कंपनियों और कुछ आईटी कंपनियों में रूचि दिखायी।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में सुधार तथा सकारात्मक वैश्विक रुख से भी बाजार को गति मिली।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में पूरे दिन कारोबार के दौरान 877 अंक का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 259.62 अंक यानी 0.53 प्रतिशत चढ़कर 48,803.68 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 76.65 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,581.45 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में टीसीएस रहा। इसमें 3.67 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, डा. रेड्डीज, एचडीएफसी और एचसीएल टेक में भी तेजी रही।

दूसरी तरफ इन्फोसिस में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गयी। कंपनी का वित्तीय परिणाम 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से शेयर 2.65 प्रतिशत नीचे आ गया।

आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनी इन्फोसिस का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 17.5 प्रतिशत बढ़कर 5,076 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 1,750 रुपये प्रति इक्विटी के भाव पर 9,200 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों को बेचने के इच्छुक निवेशकों से वापस खरीदने की घोषणा की है।

जिन अन्य शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें इंडसइंड बैंक, मारुति, नेस्ले इंडिया, बजाज फाइनेंस और अल्ट्रा टेक सीमेंट शामिल हैं।

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव के बीच घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती दिखी। शेयर बाजार दिन के न्यूनतम स्तर से बाहर निकलते हुए बढ़त के साथ बंद हुए। इसका कारण वित्तीय और औषधि कंपनियों के शेयरों में तेजी रही है।’’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में व्यापक स्तर पर पाबंदियों से वाहन कंपनियों के शेयर सर्वाधिक प्रभावित हुए। देश में कुल वाहनों के उत्पादन में महाराष्ट्र का योगदान 20 प्रतिशत से अधिक रहा है।

मोदी के अनुसार, हालांकि सतत वृद्धि संभावनाओं के कारण आईटी कंपनियों के शेयरों में मजबूत लिवाली देखी गयी।

उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 के लगातार बढ़ रहे मामले से निश्चित रूप से निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा है। हालांकि, घरेलू बाजार में विभिन्न देशों के टीकों की मंजूरी समेत सरकार का देश में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को लेकर किये जा रहे प्रयास तथा महाराष्ट्र में पूर्ण रूप से लॉकडाउन नहीं लगाये जाने पर थोड़ी राहत रही है।’’

स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़े के अनुसार भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड दो लाख से अधिक मामले सामने आने के बाद इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 14 लाख के पार चली गई है। ये नए मामले आने से देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,40,74,564 पर पहुंच गए हैं।

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही जबकि सोल और तोक्यो लाभ में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.34 डॉलर प्रति बैरल रहा।

वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 74.93 पर बंद हुआ।

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