राज्यसभा में उठा प्रयागराज के लोहगरा में प्रस्तावित रिफाइनरी अब तक स्थापित न होने का मुद्दा
राज्यसभा (Photo Credit: Twitter)

नई दिल्ली, 16 मार्च:  राज्यसभा (Rajya Sabha) में मंगलवार को सपा के एक सदस्य ने प्रयागराज (Prayagraj) के लोहगरा में प्रस्तावित रिफाइनरी अब तक स्थापित नहीं होने का मुद्दा उठाया और मांग की कि इस परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन किसानों को वापस लौटा देनी चाहिए.

सपा के रेवती रमण सिंह (Revathi Raman Singh) ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आश्वासन दिया गया था कि मध्य प्रदेश में बीना रिफाइनरी का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद लोहगरा रिफाइनरी का निर्माण किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि बीना रिफाइनरी का निर्माण कार्य पूरा हो गया और वह संयंत्र चालू भी हो गया लेकिन लोहगरा में प्रस्तावित रिफाइनरी का निर्माण कार्य शुरू नहीं सका. उन्होंने मांग की कि अगर वहां रिफाइनरी स्थापित नहीं करनी है तो परियोजना के लिए किसानों से ली गयी जमीन उन्हें वापस लौटा देनी चाहिए.

शून्यकाल में ही एमएनएफ सदस्य के वेंलेल्वना ने म्यांमा में तख्ता पलट होने के बाद वहां से मिजोरम आए शरणार्थियों से जुड़़ा मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठन के साथ ही राज्य सरकार भी ऐसे लोगों की मदद कर रही है. उन्होंने कहा कि म्यांमा से आए शरणार्थियों को वापस भेजना उनकी जान लेने के समान है.

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और उसे म्यांमा शरणार्थियों की समस्याओं को देखते हुए अपनी नीति में बदलाव लाना चाहिए.

भाजपा सदस्य संजय सेठ ने अस्पतालों में पोस्टमार्टम के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की कमी का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि कई मामलों में सिर्फ खानापूर्ति की जाती है.

राकांपा सदस्य फौजिया खान ने विशेष उल्लेख के जरिए केंद्रीय विद्यालयों में फीस से जुड़ा मुद्दा उठाया और कमजोर तबके के छात्रों की फीस माफ किए जाने की मांग की. इस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय मुख्य रूप से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों के लिए होते हैं.

भाजपा के महेश पोद्दार ने बैंक लॉकरों से चोरी होने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि हाल ही में झारखंड के बोकारो में भारतीय स्टेट बैंक की एक शाखा में 76 लॉकरों से आभूषण सहित करोड़ों रूपए की चोरी हो गयी. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से बैंकों के प्रति आम लोगों का भरोसा टूटता है.

शून्यकाल में ही बीजद की ममता मोहंता व भाजपा के भगवत कराड ने भी लोक महत्व के विषय के तहत अपने अपने मुद्दे उठाए. वहीं बीजद के भास्कर राव नेक्कांति, भाजपा के कैलाश सोनी, सरोज पांडे, शिवसेना के अनिल देसाई और प्रियंका चतुर्वेदी, द्रमुक के टी शिवा, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम ने विशेष उल्लेख के जरिए अपने अपने मुद्दे उठाए.