जयपुर, 19 जून राजसमंद से सांसद और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सदस्य दीया कुमारी ने बाघ अभ्यारण्यों में पर्यटन दिवसों की संख्या घटाने पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र को पत्र लिखकर संबंधित फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
सांसद ने एक बयान में कहा, ‘‘मानसून के दौरान बाघ अभ्यारण्य हर साल 92 दिनों के लिए बंद रहते हैं। साप्ताहिक अवकाश के प्रावधान से पर्यटन की अनुमति वाले दिनों की संख्या में और कमी आएगी और यह पर्यटन आधारित स्थानीय अर्थव्यवस्था को जमीनी स्तर तक प्रभावित करेगा।’’
उन्होंने कहा कि साप्ताहिक अवकाश से कोई संरक्षण का उद्देश्य पूरा नहीं होगा जबकि आरक्षित कर्मचारियों को बारी-बारी से साप्ताहिक अवकाश दिया जा सकता है।
सांसद के ने कहा, "मैंने केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को उक्त आदेश को वापस लेने की सलाह देने का अनुरोध किया है।"
प्राधिकरण के आदेश के अनुसार एक जुलाई से पूरे देश में बाघ अभ्यारण्यों में एक दिन का साप्ताहिक अवकाश होगा।
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