नयी दिल्ली, 28 जनवरी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि 200 लंबित परियोजनाओं के कोविड-19 की अवधि के दौरान पूरे होने से रेलवे को भविष्य की योजना बनाने में मदद मिली है।
उन्होंने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के स्मार्ट रेलवे सम्मेलन के तीसरे संस्करण में ‘रेल परिवहन का भविष्य’ विषय पर अपने संबोधन में कहा कि वह चाहते हैं कि रेलवे एक सुरक्षित और सेवा प्रदान करने वाला, आधुनिक, अर्थव्यवस्था का भरोसेमंद हिस्सा और प्रौद्योगिकी संचालित परिवहन प्रणाली बने।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी की सहायता से भारतीय रेल साजो सामान और परिवहन, यात्रियों के लिए एवं माल ढुलाई के लिए, दोनों के लिए एक योजना बनाने पर काम कर रही है। ’’
गोयल ने कहा, ‘‘कोविड-19 अवधि के दौरान हम बुनियदी ढांचा के करीब 200 लंबित कार्यों को पूरे करने में सफल रहे। इन परियोजनाओं के पूरे हो जाने से हमें रेलवे के भविष्य के लिए बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी। ’’
उन्होंने कहा कि अब मालगाड़ी की गति एक साल पहले की तुलना में दोगुनी हो गई है और वे अब समय से चल रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी योजना सभी रखरखाव यार्ड को आधुनिक उपकरणों से पूरी तरह से यांत्रिक करने की है ताकि हम अपनी सभी ट्रेनों एवं यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे बजट का आम बजट में विलय कर दिये जाने के चलते आज हम राजनीतिक दबाव का प्रतिरोध करने और काफी समय से लंबित परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रति करने में सक्षम हैं।’’
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