नयी दिल्ली, 13 जून नदियों को जोड़ने की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को मार्च 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया और इसके लिए भूमि अधिग्रहण, प्रभावित लोगों को मुआवजा देने, पर्यावरण मंजूरी का कार्य चल रहा है। राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी (एनडबल्यूडीए) के महानिदेशक भोपाल सिंह ने यह जानकारी दी।
सिंह ने बताया कि केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के संचालन समिति की चौथी बैठक पिछले महीने हुई थी जिसमें परियोजना से जुड़े कार्यों की प्रगति एवं इससे जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया, ‘‘ केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को मार्च 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ’’
एनडबल्यूडीए के महानिदेशक ने कहा कि इसके लिए पर्यावरण मंजूरी, भूमि अधिग्रहण के काम को अंतिम रूप दिया गया है और प्रभावित लोगों को मुआवजा देने का काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि केन बेतवा नदी प्राधिकरण का गठन किया गया है।
सिंह ने कहा कि केंद्रीय बजट में इस बार परियोजना के लिए 3500 करोड़ रूपये मंजूर किये गए हैं और परियोजना पर सुचारू रूप से काम चल रहा है।
गौरतलब है कि जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, इस परियोजना के तहत केन नदी से बेतवा नदी में पानी भेजा जाएगा। इसके लिए मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में दौंधन बांध का निर्माण किया जाएगा। इससे एक सम्पर्क नहर निकाली जाएगी, जो झांसी के निकट बरुआ में बेतवा नदी को जल उपलब्ध कराएगी। दोनों नदियों को जोड़ने वाली नहर, लोअर ओर परियोजना, कोठा बैराज और बीना परिसर बहुद्देशीय परियोजना से इसमें मदद मिलेगी।
इस परियोजना से बुंदेलखंड के मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के 12 जिलों को पानी मिलेगा। मध्य प्रदेश में छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी जिलों को पानी मिलेगा, वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिलों को राहत मिलेगी।
दीपक
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