चेन्नई, आठ अक्टूबर तमिलनाडु सरकार ने सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स कारखाने के आंदोलनकारी श्रमिकों से अन्य कर्मचारियों और उनके परिवारों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए तत्काल काम पर लौटने का मंगलवार को आग्रह किया।
उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा ने मुद्दों को सुलझाने के लिए पिछले दो दिन में प्रबंधन और श्रमिकों के साथ अलग-अलग बातचीत की है।
राजा ने कहा कि क्या कर्मचारियों द्वारा केवल इसलिए अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखना उचित है क्योंकि वे ‘सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स’ (सीआईटीयू) समर्थित यूनियन का श्रम विभाग द्वारा पंजीकरण नहीं करा पाए हैं।
राजा ने सचिवालय में पत्रकारों से कहा, ‘‘ हम सभी जानते हैं कि संघ मान्यता का मुद्दा विचाराधीन है। हम अभी इसपर चर्चा नहीं कर सकते। सरकार आपके साथ है, मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन आपके साथ हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए उन्हें तुरंत काम पर लौट जाना चाहिए।’’
वेतन संशोधन, बेहतर कार्य स्थितियों और सीटू समर्थित यूनियन को मान्यता देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सैमसंग इंडिया के कुल 1,750 कर्मचारियों में से लगभग 1,100 कर्मचारी नौ सितंबर से श्रीपेरम्बदूर में हड़ताल पर हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ जब हमने कारखाने में काम कर रहे कर्मचारियों से मुलाकात की तो उन्होंने जारी हड़ताल के कारण अपनी नौकरी खोने की आशंका जाहिर की।’’
राजा ने कहा कि आंदोलन जारी रखने से श्रमिकों को अपने वेतन से हाथ धोना पड़ सकता है और आने वाले त्योहारों के मद्देनजर...अपने परिवारों का हित ध्यान में रखते हुए उन्हें हड़ताल खत्म कर देनी चाहिए और तुरंत काम पर लौटना चाहिए।
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