आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश), 4 अगस्त : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि 'राजनीतिक संकीर्णताओं' के कारण विभाजनकारी ताकतों की शिकार हुई आजमगढ़ जिले की प्रतिभाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था मगर यहां चुनावों में पराजय के बावजूद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हालात बदल दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ में 143 करोड़ रुपए की 50 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा "आजमगढ़ की प्रतिभा राजनीतिक संकीर्णताओं के कारण विभाजनकारी ताकतों का शिकार हो गई और जनपद के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया."
आदित्यनाथ ने कहा "याद करिए पांच वर्ष पहले जब आजमगढ़ का नौजवान अपने जिले से बाहर जाता था तो उसे अपनी पहचान छिपाने के लिए मजबूर होना पड़ता था क्योंकि अगर वह बोलता था कि मैं आजमगढ़ से आया हूं तो आजमगढ़ के नाम पर उसे होटल में कमरा नहीं मिलता था और कोई अपने मोहल्ले में किराए पर भी नहीं रहने देता था. लेकिन इस धारणा को बदलने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा "आप सबने हाल ही में संपन्न हुए आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव को विजयी बनाकर देश की सर्वोच्च पंचायत में भेजा है.
इससे आजमगढ़ के बारे में लोगों की अच्छी धारणा बनी है और इससे उत्तर प्रदेश का मान भी बढ़ा है." उन्होंने कहा "उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार 2017 में बनी तो हम लोगों ने प्रदेश के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम तैयार किए. आजमगढ़ में भले ही हमारा विधायक ना रहा हो, लोकसभा चुनाव में भी आजमगढ़ और लालगंज सीट हम हारे थे लेकिन हमने आजमगढ़ के विकास को रुकने नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में आजमगढ़ में आकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया था. इस एक्सप्रेस वे ने आजमगढ़ के विकास को एक नई गति दे दी है." यह भी पढ़ें : भाजपा की हिमाचल इकाई के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा का निधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से आजमगढ़ से मात्र दो घंटे में लखनऊ पहुंचा जा सकता है और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से मात्र सात घंटे में दिल्ली पहुंच सकते हैं. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कटाक्ष करते हुए कहा "वर्षों से यह मांग थी कि आजमगढ़ में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए. पहले बहुत सारे लोग आजमगढ़ आए लेकिन विश्वविद्यालय भी डबल इंजन की सरकार ने ही आजमगढ़ को दिया. अब आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है." मुख्यमंत्री ने सुहेलदेव विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध साहित्यकार राधे राघव के नाम से एक नई शोध पीठ स्थापित करने की घोषणा करते हुए कहा "आजमगढ़ साहित्यकारों की धरती रही है. यहां के सुप्रसिद्ध साहित्यकार राधे राघव की रचनाएं हम सबको एक नई दिशा देती हैं."