न्यूयॉर्क, 31 मई : टी20 विश्व कप के जरिये क्रिकेट का कारवां अमेरिकी बाजार में दस्तक देगा तो कई नये सितारे चमकेंगे तो कई बेनूर भी होंगे , कुछ प्रबल दावेदार होंगे तो कुछ छिपे रूस्तम निकलेंगे . शनिवार से शुरू हो रहे ताबड़तोड़ क्रिकेट के इस महासमर में पहली बार 20 टीमें जोर आजमाइश करेंगी तो इसकी भव्यता देखने लायक ही होगी . भारतीय टीम जहां पिछले काफी समय से आईसीसी खिताब नहीं जीत पाने का मलाल मिटाना चाहेगी तो आस्ट्रेलिया एक और खिताब जीतकर अपना दबदबा कायम रखने की फिराक में होगा . पाकिस्तान और वेस्टइंडीज का लक्ष्य सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का होगा . गत चैम्पियन इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की चुनौती भी कमतर नहीं है . दक्षिण अफ्रीका के पास हेनरिच क्लासेन, डेविड मिलर, क्विंटोन डिकॉक और कैगिसो रबाडा जैसे मैच विनर हैं और इसका लक्ष्य चोकर्स का तमगा हटाने का होगा .
इस टूर्नामेंट के जरिये अमेरिका में क्रिकेट का पदार्पण होने जा रहा है जहां 29 दिन के भीतर 55 में से 16 मैच खेले जायेंगे . बाकी 39 मैच वेस्टइंडीज में होंगे जिनमें सुपर आठ चरण के मैच, सेमीफाइनल और फाइनल शामिल है . खिताब के प्रबल दावेदारों के अलावा अफगानिस्तान की चुनौती को भी कमतर नहीं आंका जा सकता जो अपना दिन होने पर कोई भी उलटफेर कर सकती है . जहां तक टीम इंडिया का सवाल है तो सबसे मजबूत टीमों में से एक होने के बावजूद यह 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई आईसीसी खिताब नहीं जीत सकी है . इस बार बतौर कप्तान रोहित शर्मा की साख भी दाव पर है . यह भी पढ़ें : ओमान के खिलाफ टी20 विश्व में गेंदबाजी नहीं करेंगे मार्श
रोहित से पहले विराट कोहली भी सबसे सफल टेस्ट कप्तान जरूर रहे लेकिन आईसीसी खिताब नहीं जीत सके . पिछले 12 महीने में भारतीय टीम दो आईसीसी टूर्नामेंटों में उपविजेता रही और आस्ट्रेलिया के हाथों अपनी धरती पर पिछले साल एक दिवसीय विश्व कप का फाइनल हार गई . पिछले दो टी20 विश्व कप में पुराने ढर्रे पर चलने का उसे खामियाजा भुगतना पड़ा लेकिन इस बार वह गलती दोहराना नहीं चाहेगी . हाल ही में हुए आईपीएल में नजर आया कि कैसे बल्लेबाज आक्रामकता की नयी परि गढ रहे हैं और भारत के दिग्गज बल्लेबाज इसमें पीछे नहीं रहना चाहेंगे .