नयी दिल्ली, 22 अगस्त मध्य दिल्ली के रिज रोड इलाके में मुठभेड़ के बाद आईएसआईएस के एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि वह राष्ट्रीय राजधानी के भीड़भाड़ वाले इलाकों में आतंकवादी हमला करने की फिराक में था।
पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) पी. एस. कुशवाह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के बधिया भैसाही गांव निवासी मोहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ के पास से दो प्रेशर कुकर आईईडी बरामद हुए हैं। उसे दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने शुक्रवार रात धौला कुआं और करोल बाग के बीच रिज रोड इलाके से गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि खान की राष्ट्रीय राजधानी के भीड़भाड़ वाले इलाके में ‘‘लोन वुल्फ ’’ हमला करने की साजिश थी।
‘‘लोन वुल्फ’’ हमला आतंकवादी हमले का नया तरीका है। यह वह तरीका है जिसमें आतंकी रोजमर्रा या साधारण चीजों का इस्तेमाल करते हैं। इस हमले में एक अकेला व्यक्ति ही पूरे हमले को अंजाम दे देता है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि खान (36) पर पिछले वर्ष से नजर रखी जा रही थी।
धौला कुआं और करोल बाग के बीच रिज रोड के एक हिस्से में संक्षिप्त गोलीबारी के बाद खान को शुक्रवार की रात पकड़ लिया गया। घटना के समय वह मोटरसाइकिल से जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि उसके पास से दो आईईडी मिले हैं और इसमें केवल टाइमर लगाकर इसे सक्रिय करना था।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का एक बम निरोधक दस्ता बम या आईईडी उठाने में मददगार एक रोबोट और नियंत्रित माहौल में बम को निष्क्रिय करने में इस्तेमाल होने वाले टीसीवी वाहन के साथ घटनास्थल पर पहुंचा।
अधिकारियों ने बताया कि खान के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे जांच के लिए बलरामपुर समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
दिल्ली की एक अदालत ने आईएसआईएस के एक संदिग्ध आतंकवादी को शनिवार को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अदालत के सूत्रों ने बताया कि आरोपी को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पवन सिंह राजावत के समक्ष पेश किया गया और दिल्ली पुलिस ने उसे आठ दिन के लिए हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने अदालत से कहा कि बड़े षडयंत्र का पता लगाने के लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किये जाने की जरूरत है।
अदालत ने अनुरोध को स्वीकार करते हुए उन्हें आरोपी को 30 अगस्त को पेश किये जाने के निर्देश दिये।
गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी और उत्तरप्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
कुशवाह ने बताया कि खान ने 15 अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले की साजिश रची थी, लेकिन भारी सुरक्षा इंतजामों के चलते वह ऐसा नहीं कर पाया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘खान आतंकी हमले के लिए 15 अगस्त के आसपास दिल्ली आने वाला था...अब वह सुरक्षा में ढील होने की सोचकर यहां आया, लेकिन पकड़ा गया।’’
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में प्रेशर कुकर आईईडी रखने का उसका इरादा था।
कुशवाह ने कहा, ‘‘आईईडी लगाने के बाद वह नए निर्देश का इंतजार करता और फिर फिदायीन हमले की फिराक में था। लेकिन उसे यह नहीं बताया गया कि कब और कहां हमला करना है। इस अभियान के कारण आतंकी हमले को टाल दिया गया । ’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि खान पर पिछले वर्ष से नजर रखी जा रही थी।
कुशवाह ने कहा, ‘‘हमारा अभियान पिछले एक वर्ष से चल रहा था।’’
उन्होंने कहा कि खान आईएसआईएस आतंकवादियों के संपर्क में था, जिन्होंने उसे भारत में आतंकवादी हमले की साजिश रचने का निर्देश दिया था।
ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि खान पहले यूसुफ अल हिंदी के संपर्क में था जो 2017 में सीरिया में मारा गया। उसके बाद वह पाकिस्तानी अबू हुजैफा के संपर्क था जो जुलाई 2019 में अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में मारा गया। बाद में उसके एक और आका ने उसे हमला करने के लिए निर्देश दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसी मकसद से वह दिल्ली आया था। दो प्रेशर कुकर आईईडी के साथ हमने एक अत्याधुनिक पिस्तौल, चार कारतूस, मोटरसाइकिल भी बरामद किए हैं। हमें संदेह है कि यह चोरी की मोटरसाइकिल है।’’
पुलिस ने बताया कि संदिग्ध आतंकी ने आत्मघाती हमले के लिए एक फिदायीन परिधान भी तैयार किया था और अपने गांव के कब्रिस्तान के पास उसने छोटे उपकरणों के जरिए इसका परीक्षण भी किया।
खान की पत्नी और चार बच्चे हैं और अपनी आजीविका कमाने के लिए एक कॉस्मेटिक की दुकान चलाता है।
जांच अधिकारी इसका पता चला रहे हैं कि उसने कब प्रेशर कुकर आईईडी बनाए या किसी ने उसे यह दिया।
कुशवाह ने कहा कि उसने अपने परिवार के साथ अफगानिस्तान के खुरासान प्रवास की योजना बनाई थी। यहां तक कि उसे पूरे परिवार के लिए पासपोर्ट भी मिल गया, लेकिन हुजैफा के मारे जाने के बाद इस योजना को छोड़ दिया।
खान सऊदी अरब में 2006 से 2010 तक रहा और ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद वह कट्टरपंथी बन गया। वह पिछले पांच वर्षों से आईएसआईएस की स्लीपर सेल का हिस्सा था।
उसके गांव को सील कर दिया गया है और बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। उसके रिश्तेदारों और पड़ोसियों से पूछताछ की गई।
गांव में खान के रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि उन्हें नहीं पता था कि जब वह दिल्ली कैसे पहुंचा जबकि उसे लखनऊ जाना था।
अधिकारी ने बताया, ‘‘लगभग आठ साल पहले उसने मुंबई में काम करने के लिए गांव छोड़ दिया था लेकिन वह वापस लौटा और एक दुर्घटना में घायल हो गया।’’
दिल्ली में संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है और सभी पुलिस अधिकारियों से सतर्कता तथा जरूरी एहतियात बरतने को कहा है।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया, ‘‘उसके अन्य साथियों के सक्रिय होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। राज्य में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।’’
उन्होंने बताया कि डीजीपी ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थलों, होटलों, सड़क के किनारे भोजनालयों, न्यायिक भवनों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सघन तलाशी लेने और सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किये थे।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में दिल्ली सीमा पर जांच भी बढ़ा दी गई है।
नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश एस ने बताया कि दिल्ली से आने और दिल्ली जाने वाले वाहनों तथा यात्रियों की सीमा पर जांच की जा रही है। गौतमबुद्ध नगर जिले में भी सतर्कता बरती जा रही है।
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