पटियाला, सात अक्टूबर राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (आरजीएनयूएल) की कई छात्राओं ने कुलपति को हटाने की मांग को लेकर यहां भूख हड़ताल शुरू कर दी है। छात्रों ने कुलपति पर लड़कियों के छात्रावास की औचक जांच के दौरान छात्राओं की निजता का कथित रूप से उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
छात्र 22 सितंबर से कुलपति जयशंकर सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जब उन्होंने जांच की थी।
छात्रों के अनुसार, सिंह ने जांच के दौरान कुछ छात्रों के पहनावे पर सवाल उठाए, जिससे उनकी निजता का "उल्लंघन" हुआ। कुलपति ने आरोपों से इनकार किया है।
छात्रों ने रविवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे नहीं हटेंगे।
सिंह ने पहले कहा था कि उन्होंने कुछ छात्राओं की शिकायतों के समाधान के लिए लड़कियों के छात्रावास का दौरा किया था, जिन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जगह की कमी के कारण अपने कमरों में टेबल और अलमारियां रखने में दिक्कत हो रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 27 सितंबर को प्रदर्शनकारी छात्रों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले, पंजाब राज्य महिला आयोग ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर कुलपति को छात्रावास निरीक्षण के दौरान उनके ‘‘अत्यधिक अनुचित कृत्यों’’ के लिए तत्काल हटाने की मांग की थी।
आयोग अध्यक्ष राज लाली गिल ने कहा था, ‘‘इस निरीक्षण के दौरान, उन्होंने न केवल छात्राओं के कमरों में प्रवेश किया, बल्कि उनके पहनावे के बारे में अनुचित और अपमानजनक टिप्पणी भी की, जिसमें कहा गया कि उन्हें कुछ खास तरह के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘इस आचरण से छात्राओं को काफी पीड़ा हुई है और इसे उनकी निजता का उल्लंघन माना जाता है।’’
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