इंदौर (मध्यप्रदेश), एक सितंबर इंदौर के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र ने सोमवार देर रात कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दे दी। उसके एक रिश्तेदार का आरोप है कि बकाया फीस चुकाने को लेकर स्कूल प्रबंधन के बनाये जा रहे अनुचित दबाव के कारण वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में था।
लसूड़िया थाने के उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सरगैया ने मंगलवार को बताया कि महालक्ष्मी नगर में रखने वाले हरेंद्र सिंह गुर्जर (15) का शव उसके घर के पंखे से लटका मिला। मूलत: मुरैना का रहने वाला गुर्जर इंदौर में अपने जीजा दिलीप सिंह गुर्जर के साथ रहकर एक निजी विद्यालय में पढ़ रहा था।
उन्होंने बताया, "पहली नजर में यह आत्महत्या का ही मामला लग रहा है। हमें इस कदम से पहले छात्र का छोड़ा गया कोई पत्र अब तक नहीं मिला है।"
सरगैया ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद छात्र का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
इस बीच, हरेंद्र के जीजा ने कहा कि उसके स्कूल का प्रबंधन उस पर बकाया फीस चुकाने का कथित तौर पर दबाव बना रहा था जिससे वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में था।
इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर उप निरीक्षक सरगैया ने कहा, "आत्महत्या करने वाले छात्र के परिजन अभी शोक में डूबे हैं। हम जल्द ही औपचारिक रूप से उनके बयान दर्ज करेंगे और इनके आधार पर इस मामले में स्कूल की भूमिका की जांच करेंगे।"
गौरतलब है कि कोविड-19 संकट के बीच निजी स्कूलों के प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों से मोटी फीस वसूली के लिये कथित तौर पर अनुचित दबाव बनाये जाने से परेशान कुछ महिला अभिभावकों ने यहां शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सड़क पर दौड़ता काफिला रुकवा दिया था।
महिला अभिभावकों की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्ववस्त किया था कि वह इस मसले में उचित कदम उठायेंगे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)