देश की खबरें | मजबूत संगठन पार्टी की सरकार को स्थिर रखने में मदद करता है: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय

रायपुर, 10 जुलाई छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठन का सर्वोच्च स्थान है और मजबूत संगठन पार्टी की सरकार के सुचारू संचालन में और उसे स्थिर रखने में मदद करता है।

रायपुर के ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम’ में भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक के समापन सत्र में साय ने कहा कि जिस तरह से उनकी सरकार राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लड़ रही है, उससे लगता है कि अगले तीन साल में यह खतरा खत्म हो जाएगा।

साय ने कहा, "संगठन रहेगा, तब ही सरकार रहेगी। संगठन मजबूत रहेगा, तब हम सरकार को स्थिर रख पाएंगे। भाजपा में संगठन सर्वोपरि है। आप (पार्टी कार्यकर्ता) मजबूत रहेंगे तो हम भी मजबूती से काम करेंगे।"

नक्सल विरोधी मोर्चे पर अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "इतिहास में राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ इतनी मजबूत लड़ाई कभी नहीं हुई। पिछले छह महीनों में 142 नक्सलियों का सफाया किया गया और एक हजार से अधिक को या तो गिरफ्तार किया गया या उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। इस अवधि के दौरान 32 सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं और आने वाले दिनों में 29 और स्थापित किए जाएंगे।

साय ने कहा कि नयी योजना 'नियाद नेल्लनार' (आपका अच्छा गांव) के तहत राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि इन सुरक्षा शिविरों के माध्यम से ही उनके पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों तक 32 कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे।

उन्होंने कहा, "हम नक्सलियों के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया था कि अगले तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा और मुझे विश्वास है कि जिस तरह से हम इस खतरे के खिलाफ लड़ रहे हैं, हम उनके मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के (नक्सलवाद को खत्म करने) संकल्प को पूरा करने में सफल होंगे।"

राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका के लिए उनकी सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल के विधानसभा चुनावों से छह महीने पहले, पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि भाजपा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को हराकर सरकार बनाएगी लेकिन धीरे-धीरे जब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य का दौरा करना शुरू किया और कार्यक्रम आयोजित किए, तो इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा।

उन्होंने कहा कि सात जुलाई (पिछले साल) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रायपुर में एक रैली को संबोधित किया और 'और नहीं सहीबो बदल के रहीबो' :(और नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे) का नारा दिया और फिर माहौल पूरी तरह बदल गया।

साय ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी के कार्यकर्ता प्रत्येक मतदाता के घर गए और उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों एवं पिछली कांग्रेस सरकार की विफलताओं से अवगत कराया।’’

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने के बाद, लोगों का विश्वास जीतने का काम था और इसलिए ‘‘हमने 'मोदी की गारंटी' के तहत किए गए चुनावी वादों को पूरा करना शुरू कर दिया।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ''हमने 13 दिसंबर को शपथ ली और अगले दिन पहली कैबिनेट बैठक में आवास योजना के तहत 18 लाख आवासों को मंजूरी देने का वादा पूरा किया गया। किसानों को दो साल का बकाया बोनस और धान के लिए अधिक लाभ दिया गया। कई अन्य वादे भी पूरे किए गए। हम भूमिहीन लोगों को वित्तीय सहायता और 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर जैसी अन्य गारंटियों को पूरा करना जारी रखेंगे।"

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में नगर निगम और पंचायत चुनावों के लिए तैयार रहने की अपील की। नगर निगम और पंचायत चुनावों क्रमश: इस साल के अंत और अगले साल की शुरुआत में होंगे।

पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में से 54 सीट पर कब्जा किया था, जबकि कांग्रेस 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक सीट जीतने में सफल रही थी।

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 11 संसदीय सीट में से 10 पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस केवल एक सीट पर कब्जा करने में सफल रही थी।

इस बैठक में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

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