Aaj 23 October 2024 Ka Panchang: सनातन धर्म में किसी भी तरह का शुभ कार्य करने, अथवा किसी अच्छे कार्य के लिए घर से निकलने से पहले पंचांग के जरिये शुभ मुहूर्त देखने की पुरानी परंपरा है. पंचांग वस्तुतः एक प्राचीन हिंदू कैलेंडर है, जो पांच प्रमुख अंगों नक्षत्र, तिथि, योग, करण, और वार से मिलकर बना है. कौन सा दिन कितना शुभ है, इसमें सर्वाधिक शुभ घड़ी क्या है, अथवा अशुभ काल क्या है, यह सब पंचांग के जरिये हमें पता चलता है. मान्यता है कि पंचांग के अनुसार शुभ-मंगल कार्य करने से उसकी संपूर्णता और सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. यहां हम बात करेंगे आज 23 अक्टूबर 2024, दिन बुधवार के शुभ-अशुभ काल, सूर्योदय एवं सूर्योदय के साथ ग्रह नक्षत्र की स्थिति एवं आदि के बारे में...
आज कार्तिक कृष्ण पक्ष सप्तमी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), आश्विन सप्तमी तिथि 01.29 AM से 01.19 AM (24 अक्टूबर) तक इसके पश्चात अष्टमी लग जाएगी. आज नक्षत्र पुनर्वसु 06.15 AM तक तदुपरांत पुष्य नक्षत्र शुरू हो जाएगा. शिव योग 06.59 AM तक, उसके बाद सिद्ध योग. करण विष्टि 01.18 PM तक, तदुपरांत बव 01.19 AM तक, इसके बाद बालव योग रहेगा.
23 अक्टूबर 2024 बुधवार को राहु 12.11 PM से 01.36 PM तक है. 12.02 AM तक चन्द्रमा मिथुन राशि पर होगा, इसके बाद कर्क राशि पर संचार करेगा.
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदयः 06.31 AM
सूर्यास्तः 05.50 PM
चन्द्रोदयः 11.14 PM
चन्द्रास्तः 12.29 PM
तिथि | सप्तमी तिथि 01.29 AM तक तत्पश्चात अष्टमी |
पक्ष | कृष्ण |
वार | बुधवार |
नक्षत्र | नक्षत्र पुनर्वसु 06.15 AM तक |
योग | शिव योगः 08.46 AM से 06.59 AM |
राहुकाल | 12.11 PM से 01.36 PM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 06.31 AM से 05.50 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 11.14 PM से 09.24 AM |
दिशा शूल | दिशा शूल उत्तर दिशा |
चंद्रमा राशि | 12.02 AM तक मिथुन राशि तदुपरांत कर्क राशि पर |
सूर्य राशि | सूर्य -तुला राशि में |
शुभ मुहूर्त, 23 अक्टूबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 04.56 AM से 05.44 AM |
अभिजीत मुहूर्त | - |
गोधुलि बेला | 06.21 PM से 07.24 PM तक |
निशिता काल | 11.43 PM से 12.20 AM |
अमृत काल | 03.46 AM से 05.25 AM |
विजय मुहूर्त | 02.20 PM से 03.24 PM तक - |
अशुभ काल
राहू कालः 12.11 PM से 01.36 PM
यम गण्डः 07.56 AM से 09.21 AM
कुलिकः 10.46 AM से 12.11 PM
दुर्मुहूर्तः 11.48 AM से 12.33 PM
वर्ज्यमः 05.56 PM से 07.34 PM
गंड मूलः आज गंड मूल नहीं है
शुभ योग
त्रिपुष्कर योगः 05.38 AM से 06:31 AM
अमृतसिद्धि योगः 06.32 AM से 06.32 AM
गुरू पुष्य योगः 06.32 AM से 06.32 AM
सर्वार्थसिद्धि योगः 06.32 AM से 06.32 AM
आज का पर्व एवं उपाय
आज कार्तिक माह कृष्ण पक्ष सप्तमी (23 अक्टूबर 2024, बुधवार) का पावन व्रत रखें. बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करें. भैरो जी शिव भक्ति के देवता हैं. वह संकटमोचक हैं. उनके आशीर्वाद के लिए व्रत रहेंगे. बुधवार को गणेश जी की उपासना भी की जाती है. इस व्रत से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं, उसकी उम्र लंबी होती है. मन्दिर मे गणेश जी को दूर्वा के साथ मोदक अर्पित करें.