मुंबई, 12 नवंबर देश के शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को पिछले लगातार आठ दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया। उच्चस्तर पर बिकवाली दबाव से बैंकिग, सूचना प्रौद्योगिकी और ऊर्जा क्षेत्र के शेयरों में गिरावट रही।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बृहस्पतिवार को रोजगार और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों के लिये किये गये प्रोत्साहन उपायों से भी बाजार में बिकवाली के दबाव को नहीं रोका जा सका।
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कारोबारियों ने कहा कि नरम वैश्विक संकेतों और रुपये की कमजोरी ने धारणा को सुस्त किया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक कारोबार के दौरान एक समय 466.12 अंक गिर गया था। हालांकि, बाद में इसने कुछ वापसी की और अंतत: 236.48 अंक यानी 0.54 प्रतिशत गिरकर 43,357.19 अंक पर बंद हुआ।
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एनएसई निफ्टी भी इसी तरह 58.35 अंक यानी 0.46 प्रतिशत लुढ़ककर 12,690.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शेयर सर्वाधिक 3.16 प्रतिशत की गिरावट में रहा। इसके अलावा कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और ओएनजीसी के शेयरों में भी गिरवट दर्ज की गयी।
हालांकि, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस के शेयर तेजी में रहे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नये उपायों के तहत बृहस्पतिवार को आवास बिक्री के चुनिंदा सौदों पर कर राहत, छोटे व्यवसायों के लिये विस्तृत ऋण गारंटी कार्यक्रम तथा रोजगार के नये अवसर देने वाले संगठनों के लिये सब्सिडी की घोषणा की। सरकार ने अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस महामारी के असर से उबारने के प्रयासों में तेजी लाने के लिये ये घोषणाएं की हैं।
इन उपायों में अतिरिक्त उर्वरक सब्सिडी की भी घोषणा की गयी। इस तरह सरकार की ओर से 2.65 लाख करोड़ रुपये की घोषणाएं की गयीं। इस तरह अब तक घोषित राहत पैकेज का आकार बढ़कर लगभग 30 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 15 प्रतिशत के बराबर पर पहुंच गया।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार अपनी आशावाद को बढ़ाने में झिझक रहा था क्योंकि प्रोत्साहन की घोषणा के बाद बैंकिंग क्षेत्र में मुनाफा वसूली शुरू हो गई थी। बाजार पैकेज की प्रतीक्षा कर रहा था। आत्मानिर्भर भारत 3.0
की घोषणा आज की गयी।
वित्त मंत्री के नये उपायों से कर राहत के कारण डेवलपर्स और घर खरीदारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह आवास की मांग सुनिश्चित करेगा। उर्वरकों के लिये 65 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी की घोषणा से ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों को मदद मिलने की संभावना है। उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना का अतिरिक्त 10 क्षेत्रों तक विस्तार करने से दीर्घकालिक अवधि में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।’’
रिलायंस सिक्योरिटीज के संस्थागत व्यवसाय के प्रमुख अर्जुन यश महाजन ने कहा, ‘‘पिछले आठ कारोबारी दिन तेजी जारी रहने के बाद, घरेलू शेयर बाजारों ने आखिरकार आज विराम ले लिया। वित्तीय शेयरों में मुनाफा वसूली दिखी।’’
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा आत्मानिर्भर भारत 3.0 के तहत राजकोषीय प्रोत्साहन की घोषणा मुख्य रूप से रोजगार सृजन और देश में बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित रही।
बीएसई समूहों में बैंकिंग, वित्त, यूटिलिटीज, ऊर्जा और आईटी सूचकांक 2.05 प्रतिशत तक की गिरावट में रहे। हालांकि, एफएमसीजी, पूंजीगत वस्तुएं, औद्योगिक एवं रियल्टी सूचकांक तेजी में रहे।
बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप 1.20 प्रतिशत तक की तेजी में रहे।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी गिरावट में रहे। जापान का निक्की बढ़त में रहा।
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय शेयर बाजार गिरावट में चल रहे थे।
इस बीच, कच्चा तेल का अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत गिरकर 43.77 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
रुपया 28 पैसे गिरकर 74.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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