पुरी, 17 अप्रैल श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मंदिर बंद होने के चलते संकट में आए प्रत्येक सेवदार को पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद करने का शुक्रवार को फैसला किया।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य रामचंद्र दासमहापात्र ने बताया कि करीब 2,200 सेवादार परिवार के नौ हजार लोग हैं जिनकी सहायता की जाएगी।
एसजेटीए के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने कहा कि पुरी स्थित श्री जगन्नाथ तीर्थ करीब एक महीने से बंद है। कोविड-19 महामारी की वजह से उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए प्रत्येक सेवादार के परिवार को आर्थिक मदद मिलेगी।
नीति प्रशासक (प्रशासक, अनुष्ठान) जितेंद्र साहू ने कहा कि राशि जल्द ही सेवादारों के खाते में भेजी जाएगी।
उन्होंने बताया, ‘‘ अधिकतर सेवादार अपने दैनिक खर्चों के लिए श्रद्धालुओं के दान पर निर्भर हैं।’’
साहू ने कहा, ‘‘ मंदिर बंद होने की वजह से वे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। इसलिए एसजेटीए ने उनकी वित्तीय मदद करने के लिए बजट आवंटित किया है।’’
उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन की वित्त मामलों की उप समिति ने मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की और सेवादारों के कल्याण के लिए पांच करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की।
उल्लेखनीय है कि मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए मार्च महीने के तीसरे हफ्ते में लॉकडाउन से पहले ही कोरोना वायरस के चलते बंद कर दिया गया था। हालांकि, सेवादारों को 12वीं सदी के इस तीर्थस्थल में अनुष्ठान करने की अनुमति है।
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