विदेश की खबरें | दक्षिण कोरिया: सियोल की अदालत ने विपक्षी नेता को झूठी गवाही देने के आरोप से बरी किया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

ली के पक्ष में आये अदालत के इस फैसले ने उनके राजनीतिक करियर पर छाए खतरे के बादलों को दूर करने में थोड़ी राहत प्रदान की।

ली ने फैसले के बाद सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के न्यायाधीश को ‘सत्य और न्याय बहाल करने’ के लिए धन्यवाद दिया।

अभियोजन पक्ष ने तुरंत यह नहीं बताया कि वह अपील करेगा या नहीं।

इस महीने की शुरुआत में इसी अदालत ने ली को 2022 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान झूठे बयान देकर चुनाव कानून के उल्लंघन के लिए जेल की सजा सुनाई थी। हालांकि विशेष परिस्थियों में सजा को निलंबित कर दिया गया था।

इस सजा के कारण ली को अपने प्रतिद्वंदी यूं सुक येओल के हाथों मामूली अंतर से शिकस्त का सामना करना पड़ा था।

अगर यह सजा बरकरार रहती तो ली को एक सांसद के रूप में पद से हटना पड़ता और अगले चुनाव में वह राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित हो जाते।

हालांकि चुनावी सर्वेक्षण में अब उन्हें पसंदीदा बताया जा रहा है। ली फिलहाल भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों पर पांच अलग-अलग मुकदमों का सामना कर रहे हैं।

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