नयी दिल्ली, नौ: अप्रैल दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को अपनी डिग्री का घमंड नहीं करना चाहिए और कुछ लोग भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में पढ़ने के बावजूद अनपढ़ रह जाते हैं.
सक्सेना से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता और उनकी डिग्री को लेकर केजरीवाल की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया था. यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति मुर्मू का सुखोई में उड़ान भरना प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करने वाला: प्रधानमंत्री मोदी
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘मैंने विधानसभा में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गयी टिप्पणियों के बारे में सुना है। किसी को अपनी डिग्री पर घमंड नहीं करना चाहिए. कोई डिग्री केवल शिक्षा की रसीद होती है लेकिन असली शिक्षा आपके ज्ञान और व्यवहार में होती है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने देखा है कि पिछले कुछ दिनों में कैसा व्यवहार दिखाया गया है. यह साबित हो गया है कि आईआईटी में पढ़े होने के बावजूद कुछ लोग कैसे अनपढ़ रह जाते हैं.’’ गौरतलब है कि गुजरात उच्च न्यायालय ने हाल में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के 2016 के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री के बारे में दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया था. उच्च न्यायालय ने इस मामले में आवेदक केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था. इसके बाद से ही आईआईटी से पढ़ाई करने वाले और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख केजरीवाल ने इस मुद्दे पर फिर से हमला करना शुरू किया है.
वहीं, सक्सेना की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए आप नेता और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने उन पर आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों पर सवाल उठाने का आरोप लगाया और कहा कि उपराज्यपाल तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को भी अपनी डिग्री दिखानी चाहिए.
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘एलजी साहब उन आईआईटी पर सवाल उठा रहे हैं जिनके नाम पर भारतीय छात्र बड़ी कंपनियों के सीईओ बने हैं और देश को गौरवान्वित किया है.’’
आतिशी ने कहा, ‘‘जिन्हें अपनी डिग्री छिपानी पड़ती हैं, वे दूसरों की डिग्री पर सवाल उठाएंगे ही.
मैं एलजी सर से भी डिग्री दिखाने का अनुरोध करती हूं और भाजपा के अन्य नेताओं से भी अपनी डिग्री दिखाने के लिए कहती हूं.’’ इससे पहले, रविवार को सक्सेना ने वजीराबाद बैराज का दौरा किया और यमुना के सफाई कार्य की समीक्षा की. उन्होंने आप सरकार की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम मिशन स्तर पर यमुना तट की सफाई कर रहे हैं. हम 30 जून तक 22 किलोमीटर के क्षेत्र को साफ करेंगे. हम श्रेय लेने के लिए काम नहीं कर रहे, बल्कि लोगों को साफ यमुना देने के लिए काम कर रहे हैं.’’
बहरहाल, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर यमुना को साफ करने के लिए शहर की सरकार द्वारा किए गए काम का श्रेय लेने का आरोप लगाया. भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में यमुना को साफ करने के लिए उनकी सरकार द्वारा उठाए विभिन्न कदमों पर भी बात की.
उन्होंने कहा, ‘‘उनका (उपराज्यपाल) काम नालों का नहीं, बल्कि उनके तहत आने वाले विभिन्न पुलिस थानों का दौरा करना है. दिल्ली में 350 पुलिस थाने हैं. उन्हें उनका दौरा करना चाहिए लेकिन वह नालों का दौरा करते हैं जहां काम चल रहा है और वह सरकार द्वारा किए गए काम का श्रेय लेते हैं.’’
भारद्वाज ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कभी यह मुद्दा नहीं उठाया लेकिन यह हो रहा है.’’
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