विदेश की खबरें | पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कुछ नेता सैन्य प्रतिष्ठान के संपर्क में हैं : इमरान खान
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस्लामाबाद, सात अप्रैल पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनकी पार्टी के कुछ नेता शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान के संपर्क में हैं।

उन्होंने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर कार्रवाई के बीच किसी से भी वार्ता करने की इच्छा व्यक्त की है।

‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, खान ने यह टिप्पणी शनिवार को अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान की।

खान (71) ने कहा कि वह देश के लिए किसी से भी बातचीत करने को तैयार हैं।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान ने कहा कि यदि वह सेना के पूर्व प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ बातचीत कर सकते हैं, तो वह देश के किसी भी व्यक्ति से मुलाकात कर सकते हैं।

खान ने बाजवा पर अप्रैल 2022 में उनकी सरकार को गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप लगाया था।

खान ने कहा कि उनकी पार्टी के कुछ नेता बातचीत के लिए ‘‘अभी भी (सैन्य) प्रतिष्ठान के संपर्क में हैं’’। उन्होंने हालांकि इस संबंध में विस्तार से नहीं बताया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी को मिला जनादेश चुरा लिया गया है और “पार्टी पर कब्जा करने के प्रयास किए जा रहे हैं’’।

शक्तिशाली सेना से विवाद के बाद से खान की पार्टी को कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।

खान ने कहा कि कथित तौर पर उन पर दबाव बनाने के लिए उनकी पत्नी बुशरा बीबी को निशाना बनाया जा रहा है और उन पर उंगली उठाने वाले लोग पार्टी को ‘खत्म’ करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

खान ने कहा कि उन्होंने कभी भी सेना के साथ टकराव नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि सेना के पूर्व प्रमुख ने उनकी ‘पीठ में छुरा घोंपा’।

उन्होंने दावा किया था कि बाजवा उन्हें पद से हटाने के लिए अमेरिका समर्थित साजिश में शामिल थे।

खान ने कहा कि देश 1970 के दशक जैसे हालात का सामना कर रहा है। मौजूदा सरकार के बारे में, खान ने दावा किया कि ‘‘राजा पीछे बैठे हैं और (गृह मंत्री) मोहसिन नकवी उनके वायसराय के रूप में आगे हैं।’’

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