मुंबई, 9 फरवरी : शिवसेना (यूबीटी) ने शुक्रवार को कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. पार्टी की यह मांग ऐसे वक्त आई है जब विपक्षी दल के एक नेता की कल गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि हाल ही में एक अन्य राजनेता को पुलिस थाने के अंदर गोली मार दी गई थी. नयी दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद और विधायक पुलिसकर्मियों को धमकी दे रहे हैं.
राउत ने उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर भी निशाना साधा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर उनके इस्तीफे की मांग की. राज्य सभा सदस्य ने टिप्पणी की, “यह (दोहरा हमला) गृह मंत्री (फडणवीस) की विफलता को दर्शाता है. इस सरकार को हम पर थोपने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह जिम्मेदार हैं.” केंद्र पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा, “मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. हिम्मत है तो सरकार को बर्खास्त करें.”
उन्होंने दावा किया कि जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता संभालने के बाद से राज्य में अपराध दर में वृद्धि हुई है. शिवसेना (यूबीटी) नेता और पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की बृहस्पतिवार शाम उत्तरी उपनगर बोरीवली (पश्चिम) में एक ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ द्वारा ‘फेसबुक लाइव’ सत्र के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई. हमलावर मौरिस नोरोन्हा ने कुछ देर बाद खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली.
पिछले हफ्ते एक भाजपा विधायक ने ठाणे जिले से सटे उल्हासनगर में एक पुलिस थाने के अंदर शिवसेना के एक नेता को गोली मार दी थी. इस हमले में शिवसेना नेता गंभीर रूप से घायल हो गए थे. राउत ने आरोप लगाया कि पुलिस दंगाइयों की संरक्षक बन गई है. शिवसेना (यूबीटी) नेता ने चेतावनी दी, “हमारे पास ठाणे और मुंबई में तैनात पुलिस कर्मियों की एक सूची है. ये सभी शिंदे सेना के सदस्य हैं। 2024 (राज्य विधानसभा) चुनावों के बाद उनसे निपटा जाएगा.”
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