नयी दिल्ली, चार मई: कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और पुलिस के बीच कथित तौर पर हाथापाई होने की घटना को ‘शर्मनाक’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से इस्तीफा देने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं? यह भी पढ़ें: Wrestlers Protest: राकेश टिकैत ने पुलिस से पकड़े गए लोगों को रिहा करने की मांग की
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार का ‘बेटी बचाओ’ का नारा सिर्फ ढोंग है.
उन्होंने ट्वीट किया, "देश के खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत ही शर्मनाक है। ‘बेटी बचाओ' का नारा बस ढोंग है! असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने में कभी पीछे नहीं रही है."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट कर कहा, "अपनी कड़ी मेहनत और लगन से देश व अपने परिवार का नाम रोशन करने वाली महिला खिलाड़ियों के आंसू देखकर बहुत दुख होता है. इनकी सुनवाई हो और न्याय किया जाए.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को बृजभूषण से इस्तीफा लेना चाहिए.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘यह वाकई शर्मनाक है! प्रधानमंत्री कर्नाटक में नारी शक्ति की बात करते हैं और दिल्ली में देश का नाम रोशन करने वाली बेटियों पर अत्याचार हो रहा है। चुप्पी तोड़ो, बृजभूषण से इस्तीफा लो!’’
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री को संवेदनशीलता दिखाते हुए इन पहलवानों से मुलाकात करनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी, आपको इन पहलवानों के पास जंतर मंतर पहुंचने में सिर्फ 15 मिनट लगेगा। कुछ संवेदनशीलता दिखाइए. कृपया दुनिया को यह मत कहने दीजिए कि भारत सरकार ने देश की बेटियों के विश्वासघात किया है.’’
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक बयान में कहा, ‘‘कल रात जंतर मंतर पर अमित शाह की निरंकुश दिल्ली पुलिस ने जो किया वो कल्पना से परे है. खिलाड़ियों को पीटा गया, महिला खिलाड़ियों के साथ अभद्रता हुई। मोदी जी, आप कर्नाटक में किस मुंह से नारी शक्ति की बात कर रहे हैं?’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘13 दिन से ऊपर हो गये हैं, देश के सबसे होनहार खिलाड़ी सड़कों पर बैठे हैं, पर यह न्याय की उम्मीद उस सरकार से लगा रहे हैं जिसके अंदर ज़मीर और नैतिकता का अंश भी नहीं है. भाजपा के बाहुबली सांसद और गंभीर आक्षेपों से घिरे कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने साफ़तौर से कह दिया “मोदी जी या अमित शाह कह दें तो तुरंत इस्तीफ़ा दे दूंगा.’’
सुप्रिया ने सवाल किया, ‘‘अब सवाल यह है कि मोदी जी कह क्यों नहीं रहे? क्या उनको इस देश की बेटियों की फ़िक्र नहीं? आख़िर उनके पास तो पहली शिकायत 2021 में ही पहुंच गई थी, यह ख़ुद विनेश फोगाट ने बताया है। कौन से मुहूर्त का इंतज़ार कर रहे हैं प्रधानमंत्री?’’
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘भाजपा की महिला नेत्रियां ख़ासतौर पर महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस पूरे मामले पर मौन धारण कर लिया है। वह सिर्फ राहुल गांधी के नाम पर बोलती हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग की रेखा शर्मा ने हर बार की तरह आंखें मूंद ली हैं, वो सिर्फ़ विपक्ष के ख़िलाफ़ भाजपाई रंजिश के लिए ही खुलेंगी.’’
सुप्रिया ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रियंक कानूनगो भाजपा सांसद पर पॉक्सो के आरोप के बावजूद भक्त बने रहेंगे। उनकी साधना सिर्फ़ विपक्षियों को निशाना बनाते वक्त टूटेगी. नामी गिरामी पूर्व खिलाड़ी, बड़े बड़े सिनेमा स्टार शायद ‘मन की बात’ सुनने में व्यस्त हैं - तभी बेचारों के पास दो मिनट का वक़्त नहीं है खिलाड़ियों के समर्थन में बोलने का। कुछ ने तो उल्टा खिलाड़ियों को ही कोस डाला.’’
मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया है कि बुधवार देत रात पहलवानों से मिलने पहुंचे उसके सांसद दीपेंद्र हुड्डा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हुड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सरकार अविलंब दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करे. हम इस विकट परिस्थिति में अपनी बेटियों के साथ हैं.’’
यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर ‘हाथापाई’ हुई, जिसके कारण कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर पर चोटें आई हैं.
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया.
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