नयी दिल्ली, दो मार्च सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम (एनयूसीएफडीसी) की शुरुआत की। उन्होंने साथ ही इस निकाय से प्रत्येक शहर में एक शहरी सहकारी बैंक स्थापित करने को कहा।
आरबीआई ने एनयूसीएफडीसी को गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी और शहरी सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक स्व-नियामक संगठन के रूप में काम करने की मंजूरी दी है।
इस मौके पर शाह ने कहा, ''20 साल बाद एनयूसीएफडीसी की स्थापना हुई है। यह वक्त की मांग है। मुझे खुशी है कि आरबीआई ने इसके लिए मंजूरी दे दी है।''
उन्होंने कहा कि शहरी सहकारी बैंक भारत में लंबे समय से काम कर रहे हैं, लेकिन वे तेजी से वृद्धि नहीं कर सके।
शाह ने आगे कहा कि ये बैंक देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एनयूसीएफडीसी का मुख्य उद्देश्य शहरी सहकारी बैंकों को बैंकिंग विनियमन अधिनियम का पालन करने और उन्हें पेशेवर बनाने में मदद करना होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में कुल 11,000 शाखाओं वाले 1,500 से अधिक शहरी सहकारी बैंक हैं और इनमें पांच लाख करोड़ रुपये जमा हैं।
इस कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री बी एल वर्मा, वित्त राज्य मंत्री भागवत किशनराव कराड, सहकारिता सचिव आशीष भूटानी और एनयूसीएफडीसी के चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता उपस्थित थे।
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