मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के घर के बाहर एक दिन पहले एमएसआरटीसी (MSRTC Employees) के कर्मचारियों द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शन के संबंध में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने शनिवार को सात और लोगों को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने बताया कि अब तक इस संबंध में 110 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एक स्थानीय अदालत (Court) ने हड़ताल कर रहे एमएसआरटीसी कर्मचारियों के प्रतिनिधि होने का दावा करने वाले वकील गुणरत्न सदावर्ते (Gunaratna Sadavarte) को दो दिन की पुलिस हिरासत (Police custody) में भेज दिया जबकि अन्य को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. NCP अध्यक्ष शरद पवार के घर पर हमला: वकील हिरासत में, 100 गिरफ्तार
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने पवार की बेटी सुप्रिया सुले को दिए गए सुरक्षा घेरे की श्रेणी ‘एक्स’ से बढ़ाकर ‘वाई प्लस’ कर दी है. इस बीच, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को कहा कि एमएसआरटीसी कर्मचारियों द्वारा शरद पवार के घर पर किया गया हमला अच्छी बात नहीं है और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसे हमले भविष्य में न हों.
नासिक में कोश्यारी ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले को देख रहे हैं. राज्यपाल ने कहा, “वह एक परिपक्व नेता हैं जबकि पवार खुद बड़े कद के नेता हैं. इस प्रकार की घटनाएं अच्छी बात नहीं हैं और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.”
राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने कहा कि पवार परिवार के सुरक्षा कवच को बढ़ा दिया गया है. वलसे-पाटिल ने आज शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. उन्होंने कहा, “कल की घटना में सुरक्षा में हुई चूक की जांच की जाएगी.”
पवार के रिश्तेदार और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि पुलिस को विरोध-प्रदर्शन की सूचना समय पर नहीं मिली. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सवाल उठाया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के घर की ओर कूच करने की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं थी?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राकांपा अध्यक्ष के घर पर “हमले” की निंदा की है. महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों ने शुक्रवार दोपहर को दक्षिण मुंबई स्थित शरद पवार के बंगले ‘सिल्वर ओक’ के बाहर अचानक से विरोध-प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पवार ने उनकी मदद के लिए कुछ नहीं किया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा, “हमने अब तक हमले के संबंध में 110 लोगों को गिरफ्तार किया है.” गामदेवी पुलिस थाने में अवैध एकत्रीकरण, दंगा, हमला और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है.
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