मुंबई, एक जुलाई वैश्विक बाजारों से मजबूती के संकेत और आर्थिक क्षेत्र में उत्साह बढ़ाने वाले आंकड़े सामने आने से बुधवार को शेयर बाजारों में तेजी लौट आई। निवेशकों ने बैंकिंग, वित्त और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में खरीदारी पर जोर दिया।
कारोबार के दौरान बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 35,467.23 अंक की ऊंचाई छूने के बाद कारोबार की समाप्ति पर 498.65 अंक यानी 1.43 प्रतिशत बढ़कर 35,414.45 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 127.95 अंक यानी 1.24 प्रतिशत बढ़कर 10,430.05 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के संवेदी सूचकांक में शामिल 30-कंपनी शेयरों में शामिल एक्सिस बैंक में सर्वाधिक 6.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, इंडसइंड बैंक, स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी लाभ दर्ज किया गया।
दूसरी तरफ एनटीपीसी, नस्ले इंडिया, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा, लार्सन एण्ड टुब्रो और ओएनजीसी के शेयरों में 2.40 प्रतिशत तक की गिरावट रही।
आर्थिक गतिविधियों के मोर्चे पर माल एवं सेवाकर (जीएसटी) संग्रह के जून के आंकड़े उत्साह बढ़ाने वाले रहे। जून 2020 में जीएसटी संग्रह बढ़कर 90,917 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले महीने मई में यह 62,009 करोड़ रुपये रहा था जबकि अप्रैल 2020 में 32,294 करोड़ रुपये ही रहा था।
वहीं पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) के मुताबिक जून माह में विनिर्माण गतिविधियां स्थिर होने की तरफ बढ़ती दिखाई दीं। आईएचएस मार्किट इंडिया को विनिर्माण पीएमआई जून में 47.2 अंक पर पहुंच गया जो कि मई में 30.8 पर था।
कारोबारियों का कहना है कि इन आंकड़ों से अर्थव्यवस्था में गतिविधियों में सुधार के संकेत मिलते हैं। हालांकि, देश- दुनिया के स्तर पर कोविड-19 संकट अभी भी एक बड़ी चिंता बनी हुई है।
एलकेपी सिक्युरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, जीएसटी संग्रह में सुधार और बैंकिंग क्षेत्र में निवेशकों का आकर्षण बढ़ने से बाजार में तेजी का रुख रहा। निवेशकों ने चुनींदा शेयरों में खरीदारी का जोर रखा और ऐसा लगा कि महामारी का प्रभाव कुछ कम हुआ है।
बीएसई के मिडकैप, स्मॉल कैप सूचकांक 0.39 प्रतिशत तक चढ़ गये जबकि बीएसई फाइनेंस, बैंकेक्स, ऊर्जा, तेल एवं गैस, एफएमसीजी और बेसिक धातु सूचकांक में 2.74 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई। वहीं पूंजीगत सामान, बिजली, सवास्थ्य सेवा और रीयल्टी क्षेत्र के सूचकांक नुकसान में रहे।
वैश्विक बाजारों में भी तेजी का रुख रहा। शंघाई और हांग कांग के बाजार में बढ़त के साथ बंद हुये जबकि टोक्यो और सोल नुकसान में बंद हुये। यूरोप में शुरुआती कारोबार में बाजार मजबूती के साथ खुले।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का बेंचमार्क माने जाने वाला ब्रेंट क्रूड तेल का वायदा भाव 2.67 प्रतिशत बढ़कर 42.37 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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