जरुरी जानकारी | कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से सेंसेक्स 149 अंक चढ़ा, निफ्टी भी लाभ में

मुंबई, नौ अगस्त स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 149 अंक से अधिक की बढ़त में रहा। यूरोपीय बाजारों की अच्छी शुरुआत से सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा में कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से बाजार में तेजी रही।

बाजार में कारोबार के दौरान ज्यादातर समय निवेशकों ने भारतीय रिजर्व बैंक की बृहस्पतिवार को जारी होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा और अमेरिका के मुद्रास्फीति आंकड़े जारी होने से पहले सतर्क रुख अपनाया।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 149.31 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65,995.81 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 402.12 अंक तक चढ़ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.70 अंक यानी 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,632.55 अंक पर बंद हुआ।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘दो दिन की गिरावट के बाद कारोबार के अंतिम समय में लिवाली से बाजार में अच्छा सुधार आया। यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी और धातु, तेल एवं गैस तथा वाहन शेयरों में अच्छे लाभ से धारणा मजबूत हुई।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा। मूडीज के छह प्रमुख अमेरिकी बैंकों की साख कम किये जाने की चेतावनी के बाद निवेशकों ने स्थानीय शेयर बाजार में सतर्क रुख अपनाया। इसके अलावा, चीन के कमजोर निर्यात आंकड़ों से भी धारणा प्रभावित हुई।’’

सेंसेक्स के शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील सबसे ज्यादा 2.68 प्रतिशत के लाभ में रहा। इसके अलावा टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, टाइटन, आईटीसी, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में बजाज फाइनेंस, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स और एक्सिस बैंक शामिल हैं।

बीएसई ‘स्मालकैप’ सूचकांक 0.57 प्रतिशत और ‘मिडकैप’ 0.39 प्रतिशत चढ़ा।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। इसका कारण भारत और अमेरिका में मुद्रास्फीति का आंकड़ा जारी होना है। चीन में अपस्फीति की स्थिति (वस्तुओं और सेवाओं के दाम में कमी और इसके कारण उत्पादन तथा लाभ प्रभावित होता है) और अमेरिका में मझोले तथा छोटे आकार के बैंकों की साख घटाए जाने से धारणा प्रभावित हुई।’’

उन्होंने कहा कि हालांकि कारोबार के अंतिम समय में लिवाली से बाजार में तेजी आई। इसका कारण यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी तथा आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर को यथावत रखने की उम्मीद है।

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजार शुरुआती कारोबार में सकारात्मक दायरे में रहे। अमेरिकी बाजार में मंगलवार को गिरावट रही थी।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 711.34 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 86.85 डॉलर प्रति बैरल रहा।

बीएसई सेंसेक्स में मंगलवार को 106.98 और एनएसई निफ्टी में 26.45 अंक की गिरावट आई थी।

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