मुंबई, तीन जून: दो दिन के हल्के कारोबार के बाद शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को जोरदार तेजी रही जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले बैंक, वित्तीय तथा बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में लिवाली की गयी. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी के साथ मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों के बेहतर प्रदर्शन से भी बाजार को मजबूती मिली. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और पूरे कारोबार के दौरान तेजी बनी रही. अंत में यह 382.95 अंक यानी 0.70 प्रतिशत बढ़त के साथ रिकार्ड 52,232.43 अंक पर बंद हुआ.
इससे पहले, सूचकांक इस साल 15 फरवरी को 52,154.13 के रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ था. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 114.15 अंक यानी 0.73 प्रतिशत मजबूत होकर अब तक के उच्चतम स्तर 15,690.35 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक लाभ में टाइटन रही। इसमें 6.69 प्रतिशत की तेजी आयी. इसके अलावा ओएनजीसी, एल एंड टी, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक में भी अच्छी तेजी रही. दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, पावरग्रिड, बजाज ऑटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और डा. रेड्डीज आदि शेयरों में 2.15 प्रतिशत तक की गिरावट रही.
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रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में उत्साह बना हुआ है और मानक सूचकांक रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए. उन्होंने कहा कि बाजार में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली वित्तीय सेवा कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला. रियल्टी, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) और धातु कंपनियों के शेयर लाभ में रहे. मोदी के अनुसार आईटी, दवा और वाहन कंपनियों के शेयरों पर कुछ दबाव रहा. मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा बना हुआ है. आय में सुधार की संभावना से निवेशक इस खंड में आकर्षित हो रहे हैं.
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि आरबीआई की शुक्रवार को मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा से पहले बाजार पर तेजड़िये हावी हैं. निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति पर नजर रखते हुए नरम रुख बनाये रखेगा. उन्होंने कहा कि टीकाकरण की गति में तेजी आने की उम्मीद और पूंजी व्यय कार्यक्रम के साथ ऋण वृद्धि में सुधार की उम्मीद है. सभी बीएसई खंडवार सूचकांक लाभ में रहे. उपभोक्ता टिकाऊ, रियल्टी, पूंजीगत सामान, तेल एवं गैस, बैंक और वित्त क्षेत्र में 4.44 प्रतिशत तक की तेजी आयी.
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बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 1.04-1.04 प्रतिशत मजबूत हुए. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग नुकसान में रहे जबकि तोक्यो तथा सोल में तेजी रही. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. उधर, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत टूटकर 71.22 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 72.91 पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 921.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
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