नई दिल्ली: पूंजी बाजार नियामक सेबी धोखाधड़ी रोकने के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुये सूचीबद्ध कंपनियों के वित्तीय लेखे जोखे का फारेंसिक आडिट कराने के लिये लेखापरीक्षकों की नियुक्ति करने पर विचार कर रहा है. हाल के महीनों में सेबी ने कुछ कंपनियों का फारेंसिक आडिट कराने का आदेश दिया है. सेबी द्वारा जारी सार्वजनिक नोटिस में कहा गया है, ‘‘भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) पात्र चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) फर्मों से सूचीबद्ध कंपनियों के वित्तीय वक्तव्य का फारेंसिंग आडिट करने के लिये तैयार होने वाली सूची में शामिल होने के वास्ते आवेदन आमंत्रित करता है.
सेबी ने इसके लिये पात्रता मानदंड का ब्योरा देते हुये कहा कि आवेदन करने वाली फर्म का फारेंसिक आडिट के क्षेत्र में कम से कम दस साल का अनुभव होना चाहिये। उसके कम से कम दस भागीदारों अथवा निदेशकों में से पांच को फारेंसिक आडिट से जुड़े कार्य में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिये.
सेबी ने कहा है कि इसके साथ ही आवेदक फर्म में कम से कम 20 पूर्णकालिक कर्मचारी होने चाहिये जिनके पास फारेंसिक आडिट के क्षेत्र में उपयुक्त अनुभव, पात्रता और विशेषज्ञता हो. यह भी पढ़े: SEBI on Shareholders: सेबी समिति ने शेयरधारकों के बीच सूचना की कमी की समस्या दूर करने के लिये दिये सुझाव
नियामक ने इसके साथ यह भी शर्त रखी है कि आवेदक ने पिछले तीन साल के दौरान कम से कम 15 फारेंसिंग आडिट किये हों और इनमें भी कम से कम तीन आडिट उसने किसी नियामक संस्था, सरकारी एजेंसी अथवा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम द्वारा दिये गये कार्य के तौर पर किये हों ऐसी फर्म का पिछले तीन साल के दौरान फारेंसिक आडिट के कार्य से मिलने वाला राजस्व कम से कम एक करोड़ रुपये होना चाहिये। इच्छुक फर्म 21 दिन के भीतर अपना आवेदन सेबी को भेज सकती है। सेबी के 21 मई को जारी नोटिस में यह कहा गया है.
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