नयी दिल्ली, तीन जनवरी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को एक पुस्तक का विमोचन किया, जिसमें पिछले 300 वर्षों के दौरान सिंधिया राजवंश और शिंदे परिवार (राज पुरोहितों) के इतिहास की विवेचना की गई है।
राजेंद्र शिंदे और दत्ता जोशी द्वारा लिखित मराठी पुस्तक 'प्रकाशतुन प्रकाशकाडे’ महाराष्ट्र में सतारा के पास कन्हेरखेड रियासत पर शासन करने वाले सिंधिया परिवार और निकटवर्ती रहीमतपुर के शिंदे वंश से संबंधित दस्तावेज है।
पूर्ववर्ती राजपरिवार के मुखिया सिंधिया ने पुस्तक विमोचन समारोह में कहा, ‘‘यह पुस्तक न केवल दो परिवारों का इतिहास बताती है, बल्कि मराठा साम्राज्य और भारत का भी इतिहास बताती है।’’
समारोह में सिंधिया परिवार के वर्तमान राज पुरोहित त्रयम्बक शिंदे और उनके परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे।
सिंधिया ने कहा कि भारत के इतिहास में मुगलों, अंग्रेजों और अन्य विदेशी ताकतों के शासन पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास की पुस्तकों में मराठों के बारे में बहुत कम लिखा गया है, जिन्होंने हर विदेशी ताकत से लड़ाई लड़ी, चाहे वह पुर्तगाली, स्पेनिश, मुगल, पठान, अहमद शाह अब्दाली हो, या ब्रिटिश हो।’’
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