बीड, 28 दिसंबर महाराष्ट्र के बीड शहर में मसाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में शनिवार को हजारों लोग एकत्र हुए और मार्च निकाला। इस दौरान सत्तारूढ़ महायुति के कई विधायकों ने भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मंत्री धनंजय मुंडे को बर्खास्त करने की मांग की।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे, कोल्हापुर राजपरिवार के छत्रपति संभाजी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश धास और अभिमन्यु पवार, राकांपा विधायक प्रकाश सोलंके और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड तथा संदीप क्षीरसागर ने विरोध मार्च में भाग लिया।
प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले से ताल्लुक रखने वाले धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड की गिरफ्तारी की मांग की।
संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर लिया गया और इसके बाद यातना देकर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विपक्षी दलों के नेताओं ने शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य विधानमंडल में दावा किया कि वाल्मीक कराड हत्याकांड का ‘मास्टरमाइंड’ है।
मृतक सरपंच की बेटी वैभवी देशमुख ने विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने पिता के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि दलित समुदाय के एक व्यक्ति को बचाने के लिए उन्होंने अपनी जान गंवा दी।
लातूर जिले के औसा से विधायक बनने से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सहयोगी रहे अभिमन्यु पवार ने कहा कि देशमुख की हत्या से उत्पन्न पीड़ा महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में महसूस की गई है।
अभिमन्यु ने कहा, ‘‘भले ही मैं (सत्तारूढ़) दल का हिस्सा हूं, मैं सरकार को बताना चाहता हूं कि अगर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो विरोध प्रदर्शन राज्य के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाएगा। हम संतोष देशमुख के परिवार के लिए न्याय चाहते हैं।’’
भाजपा विधायक धास ने आरोप लगाया कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री मुंडे ने फर्जी वोटों की मदद से बीड जिले के परली से विधानसभा चुनाव जीता।
मुंडे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से संबंधित हैं, जो सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन का हिस्सा है।
राकांपा विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि हत्या के 19 दिन बाद भी कुछ आरोपी फरार हैं और वाल्मीक कराड को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सोलंके ने कहा, ‘‘धनंजय मुंडे पिछले पांच वर्षों में से चार वर्षों तक बीड के संरक्षक मंत्री रहे हैं। मुंडे को बर्खास्त करने की जरूरत है। जब तक आरोपियों को दोषी नहीं ठहराया जाता, तब तक के लिए मुंडे को बर्खास्त किया जाना चाहिए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।’’
आरक्षण कार्यकर्ता जरांगे ने कहा कि मराठा समुदाय तब तक चुप नहीं बैठेगा जब तक मराठा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मृतक को न्याय नहीं मिल जाता।
शिवसेना (उबाठा) ने धनंजय मुंडे और उनकी चचेरी बहन (भाजपा मंत्री पंकजा मुंडे) के इस्तीफे की मांग की।
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