देश की खबरें | सरपंच हत्या: सीआईडी ​​ने जबरन वसूली मामले की जांच के लिए तीन लोगों को तलब किया

छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), एक जनवरी महाराष्ट्र पुलिस के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के एक मामले की जांच शुरू कर दी है और पूछताछ के लिए तीन लोगों को तलब किया है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने सीआईडी ​​की 14 दिन की हिरासत में भेज दिया। अदालत ने यह आदेश बीड जिले के केज थाने में दर्ज जबरन वसूली के मामले में कराड के पुणे में आत्मसमर्पण करने के कुछ ही घंटों बाद दिया।

सूत्रों ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश भी जारी है। हालांकि उन्होंने पूछताछ के लिए बुलाए गए लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया।

बीड जिले के केज तहसील के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को नौ दिसंबर को कथित तौर पर अगवा कर लिया गया और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने कुछ लोगों द्वारा एक पनचक्की कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश का विरोध किया था।

हत्या के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कराड को पहले जबरन वसूली के मामले में फरार आरोपी के रूप में नामित किया गया था।

महाराष्ट्र विधानसभा के हाल में हुए शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने आरोप लगाया था कि कराड इस हत्या मामले का ‘‘मास्टरमाइंड’’ है। मंगलवार की सुबह आत्मसमर्पण करने से पहले कराड ने एक वीडियो में दावा किया कि राजनीतिक रूप से बदले की कार्रवाई के तहत उस पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।

कराड के अलावा, पूर्व राकांपा कार्यकर्ता विष्णु चाटे को जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि सुदर्शन घुले को वांछित आरोपी बनाया गया है।

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