नयी दिल्ली, आठ अप्रैल वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 22 प्रतिशत से अधिक सत्यापित आयकर रिटर्न (आईटीआर) का उसी दिन निपटान किया गया।
मंत्रालय के अनुसार इस दौरान आयकर रिटर्न के प्रसंस्करण का कुल औसत समय केवल 26 दिन रहा।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि बीते वित्त वर्ष में 5.70 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न का प्रसंस्करण हुआ। इसमें से सत्यापन के बाद उसी दिन 1.28 करोड़ या 22.4 प्रतिशत से अधिक रिटर्न का निपटान किया गया।
वही एक सप्ताह के भीतर 1.47 करोड़, एक पखवाड़े में 72 लाख से अधिक और एक महीने में 70 लाख से अधिक रिटर्न का निपटान किया गया।
करदाताओं के आईटीआर जमा करने के बाद इसे बेंगलुरु के केंद्रीकृत प्रसंस्करण केंद्र द्वारा सत्यापित किया जाता है। इसके बाद, इसका निपटान किया जाता है और यदि कोई ‘रिफंड’ है, तो जारी किया जाता है।
मंत्रालय ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 2.43 करोड़ करदाताओं को 2.24 लाख करोड़ रुपये का आयकर ‘रिफंड’ जारी किया गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में 2.37 करोड़ करदाताओं को 2.59 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ‘रिफंड’ जारी किया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
जरुरी जानकारी | बीते वित्त वर्ष में 22% से अधिक रिर्टन का उसी दिन निपटान, 2.24 लाख करोड़ रुपये वापस किये गये
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नयी दिल्ली, आठ अप्रैल वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 22 प्रतिशत से अधिक सत्यापित आयकर रिटर्न (आईटीआर) का उसी दिन निपटान किया गया।
मंत्रालय के अनुसार इस दौरान आयकर रिटर्न के प्रसंस्करण का कुल औसत समय केवल 26 दिन रहा।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि बीते वित्त वर्ष में 5.70 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न का प्रसंस्करण हुआ। इसमें से सत्यापन के बाद उसी दिन 1.28 करोड़ या 22.4 प्रतिशत से अधिक रिटर्न का निपटान किया गया।
वही एक सप्ताह के भीतर 1.47 करोड़, एक पखवाड़े में 72 लाख से अधिक और एक महीने में 70 लाख से अधिक रिटर्न का निपटान किया गया।
करदाताओं के आईटीआर जमा करने के बाद इसे बेंगलुरु के केंद्रीकृत प्रसंस्करण केंद्र द्वारा सत्यापित किया जाता है। इसके बाद, इसका निपटान किया जाता है और यदि कोई ‘रिफंड’ है, तो जारी किया जाता है।
मंत्रालय ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 2.43 करोड़ करदाताओं को 2.24 लाख करोड़ रुपये का आयकर ‘रिफंड’ जारी किया गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में 2.37 करोड़ करदाताओं को 2.59 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ‘रिफंड’ जारी किया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)