जयपुर, 21 जुलाई : राजस्थान के भरतपुर में एक साधु द्वारा आत्मदाह के प्रयास किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को एक जांच समिति गठित की. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया जो भरतपुर जाकर तथ्यों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. पार्टी प्रवक्ता के अनुसार समिति में अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ, पूर्व मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव शामिल हैं.
इस बीच, भाजपा कार्यकर्ताओं ने साधु आत्मदाह प्रकरण में बृहस्पतिवार को राज्य सरकार के खिलाफ भरतपुर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया. भाजपा के एक स्थानीय नेता ने भरतपुर में संवाददाताओं से कहा, "राजस्थान की कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी है. साधु संत 550 दिन से खनन के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए." यह भी पढ़ें : तमिलनाडु पुलिस ने तंजावुर से जब्त की गई 6 मूर्तियों की जांच शुरू की
उल्लेखनीय है कि डीग में चल रहे आंदोलन के बीच साधु विजयदास ने बुधवार को आत्मदाह का प्रयास किया, उन्हें बृहस्पतिवार को यहां से इलाज के लिए नई दिल्ली रवाना किया गया. साधु का यहां एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा था. साधुओं का आंदोलन सरकार के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया है.