क्रेमलिन के कठिन आर्थिक प्रतिबंधों के चलते अलग-थलग पड़ने के बीच रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के दो सबसे बड़े शहरों की ओर आगे बढ़ने का प्रयास किया। ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में लगभग 15 लाख की आबादी वाले रणनीतिक खारकीव में क्षेत्र के सोवियत-युग के प्रशासनिक भवनों और आवासीय क्षेत्रों में विस्फोट होते दिखाई दिए।
इस बीच खारकीव में आज हुए एक हमले की चपेट में आने से कर्नाटक निवासी एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से किसी भारतीय की मौत का यह पहला मामला है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने खारकीव के मुख्य चौराहे पर हुए मिसाइल हमले को "निर्विवाद आतंक" करार दिया और इसे युद्ध अपराध कहा। उन्होंने कहा, "कोई भी माफ नहीं करेगा। कोई नहीं भूलेगा ... यह रूसी संघ का राज्य आतंकवाद है।"
जेलेंस्की ने आज यूरोपीय संघ की संसद से कहा कि यूक्रेन "यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी" लड़ रहा है।
उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए कहा, "हम यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहे हैं।"
जेलेंस्की ने कहा, "मेरा मानना है कि आज हम हर किसी को दिखा रहे हैं कि हम क्या हैं ... हमने साबित कर दिया है कि कम से कम, हम आपके जैसे ही हैं।"
इस बीच, पूरे यूक्रेन में अनेक लोगों ने एक और रात आश्रयों, तहखाने या गलियारों में बिताई।
वहीं, युद्ध को रोकने के लिए चल रही वार्ता केवल आगे की दौर की वार्ता पर सहमति बनने के साथ ही समाप्त हो गई है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि बमबारी में वृद्धि केवल उन पर दबाव बनाने के उद्देश्य से की गई है।
उन्होंने सोमवार को देर रात जारी वीडियो संदेश में कहा, ‘‘रूस इन आसान तरीकों से (यूक्रेन पर) दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।’’
जेलेंस्की ने हालांकि दिन में दोनों पक्ष के बीच हुई लंबी वार्ता की जानकारी नहीं दी लेकिन उन्होंने कहा कि कीव कोई रियायत देने को तैयार नहीं है, वह भी तब जब एक ओर रॉकेट और तोप से हमले किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गत पांच दिन से जारी युद्ध से रूस अलग-थलग पड़ता जा रहा है जबकि यूक्रेन से भी उसे अप्रत्याशित रूप से प्रतिरोध का सामना करना पड़ा रहा है। घरेलू स्तर पर रूस को आर्थिक रूप से भी झटका लगा है।
बेलारूस की सीमा पर सोमवार को जब रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता हो रही थी तभी कीव में धमाके सुनाई दे रहे थे और रूसी सैनिक 30 लाख की आबादी वाली यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे थे।
मैक्सर टेक्नोलॉजी द्वारा उपलब्ध कराई गई उपग्रह तस्वीरों के मुताबिक बख्तरबंद गाड़ियों, टैंक, तोप और अन्य सहायक वाहनों का काफिला शहर से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है और इसकी लंबाई करीब 40 मील है।
जेलेंस्की ने कहा कि रूसियों के लिए कीव ‘‘मुख्य लक्ष्य’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारे देश की राष्ट्रीयता को खंडित करना चाहते हैं और इसलिए राजधानी लगातार खतरे में है।’’
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े और करीब 15 लाख आबादी वाले शहर खारकीव से आए वीडियो में दिख रहा है कि रिहायशी इलाकों में बमबारी हो रही है। जोरदार धमाकों से लगातार अपार्टमेंट इमारतों में कंपन हो रहा है और आसमान में आग तथा धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है।
वहीं, रूसी सेना ने घरों, स्कूलों और अस्पतालों पर बमबारी की कई तस्वीरें सामने आने के बावजूद रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने से इनकार किया है।
यूक्रेन के अन्य शहरों और कस्बों में भी लड़ाई चल रही है। जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी अरेस्टोविच ने बताया कि रणनीतिक रूप से अहम और अजोव सागर के किनारे स्थित बंदरगाह शहर मारियुपोल की स्थिति ‘अधर में’ है। पूर्वी शहर समी के तेल डिपो पर बमबारी की भी खबर है।
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के मुख्य अभियोजक ने कहा है कि वह जांच शुरू करने की योजना बना रहा है और संघर्ष की निगरानी कर रहा है।
क्षेत्रीय प्रशासन प्रमुख ओलेह सिनेहुबोव ने कहा कि सिटी सेंटर में प्रशासन मुख्यालय भी रूसी गोलाबारी की चपेट में आ गया है।
यूक्रेन के अधिकारियों ने रविवार को खारकीव और कीव के बीच ओख्तिरका शहर में एक सैन्य अड्डे पर हमले का विवरण और तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि कुछ स्थानीय निवासियों के साथ 70 से अधिक यूक्रेनी सैनिक मारे गए।
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