मुंबई, 26 अगस्त रुपया सोमवार को अपना आरंभिक लाभ गंवाते हुए कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के बीच डॉलर के मुकाबले तीन पैसे चढ़कर 83.87 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू बाजारों में तेजी और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण सुबह के कारोबार में भारतीय रुपये में तेजी आई। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी ने रुपये की तेज बढ़त को रोक दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.83 पर खुला और दिन में कारोबार के दौरान 83.80 के उच्चतम स्तर और 83.91 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छू गया। कारोबार के अंत में रुपया 83.87 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद स्तर से तीन पैसे अधिक है।
पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को रुपया सीमित दायरे में कारोबार के बाद अंत में तीन पैसे की तेजी के साथ 83.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत बढ़कर 100.78 पर रहा। जैक्सन होल संगोष्ठी में फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल की अनुकूल टिप्पणियों के कारण अमेरिकी डॉलर में तेज गिरावट देखी गई और यह जुलाई, 2023 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व के नरम रुख और सितंबर में अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच वैश्विक जोखिम धारणाओं के कारण रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें तेज उछाल को रोक सकती हैं।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत चढ़कर 79.75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 611.90 अंक बढ़कर 81,698.11 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 187.45 अंक की बढ़त के साथ 25,010.60 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने सोमवार को 483.26 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
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